- बावरिया गिरोह का एक सदस्य दबोचा, 4 फरार

- अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में खालों और हड्डियों की कीमत करीब 70 लाख

DEHRADUN

उत्तराखण्ड और वेस्ट यूपी के इलाकों में दुर्लभ वन्य जीवों की तस्करी करने वाले बावरिया गिरोह के एक सदस्य को स्पेशल टास्क फोर्स ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। गिरोह से एसटीएफ ने पांच टाइगर की खालें और हड्डियां बरामद की हैं। बताया जा रहा है कि बावरिया गिरोह ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और राजाजी नेशनल पार्क में बाघों का शिकार किया। इन्होंने फंदे लगाकर बाघ फंसाए और फिर लाठी लाठी डंडों से उन्हें मारा था। इन खालों को जंगलों से गुपचुप तरीके से मुख्य मार्ग नजीबाबाद ले जाने की प्लानिंग की गई थी। बाघों की खाल और हड्डियों की नेपाल और तिब्बत में डील होनी थी।

एक गिरफ्तार, चार फरार

एसएसपी एसटीएफ पी रेणुका देवी ने बताया कि उन्हें लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि यूपी के वन क्षेत्र में बावरिया गिरोह के कुछ सदस्यों द्वारा चोरी छिपे टाईगर का शिकार कर उनके अंगों की तस्करी की सूचना मिल रही थी। मुखबिर की सूचना मिलने के बाद रविवार देर रात एसटीएफ की टीम ने हरिद्वार के श्यामपुर इलाके में छापेमारी की तो अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के सदस्य रामचन्द्र उर्फ चन्दर को पांच खालों और बाघ की हड्डियों से भरे तीन बैग बरामद किए। गिरोह के चार और सदस्य फरार हैं। इनमें हरियाणा का हजारी, मुख्तार, माडिया उर्फ माडू और रामभगत फरार हैं। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में इन खालों और हड्डियों की कीमत 70 लाख से ज्यादा बताई गई है। एसटीएफ की टीमें इनको दबोचने के लिए पंजाब चली गई हैं। बताया जा रहा है कि गिरोह में विदेशों के भी कुछ लोग शामिल हो सकते हैं।