- नवनियुक्ति वाइस चांसलर ने शेयर किए अपने प्लांन्स

- गढ़वाल स्टूडेंट्स को नहीं लगानी पड़ेगी हल्द्वानी की दौड़

- राजधानी में कैंप ऑफिस से ही होंगी शिकायतें दूर

DEHRADUN: उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें डिग्री या अन्य मामले को लेकर हल्द्वानी मेन कैंपस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जल्द ही राजधानी देहरादून में ही उनकी हर परेशानी का हल मिलेगा। यूनिवर्सिटी के नवनियुक्ति कुलपति प्रो। नागेश्वर राव की पहल पर यूनिवर्सिटी से जुड़े कामों को राजधानी कैंप ऑफिस से ही निपटाए जाने की सुविधा प्रदान करने का फैसला किया है।

साझा किए फ्यूचर प्लांन्स

पदभार संभालने के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू हुए प्रो। राव ने कहा कि परंपरागत शिक्षा जहां गुरुकुल के सिद्धांत पर आधारित है, वहीं दूरस्थ शिक्षा छात्रकुल के सिद्धांत पर चलती है। दूरस्थ शिक्षा में संस्थान को छात्रों की जरूरत के अनुसार काम करना होता है। इसी सिद्धांत पर उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी भी काम करेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही यूनिवर्सिटी के सिस्टम को इस तरह से तैयार किया जाएगा जिसमें स्टूडेंट्स की सुविधाओं को प्रमुखता दी जाए। उन्होंने बताया कि इसके तहत यूनिवर्सिटी का रिजल्ट जल्द जारी करने और टाइमली एग्जाम कंडक्ट कराए जा सकें, इसके लिए राज्यपाल डा। केके पॉल और अपर मुख्य सचिव एस। रामास्वामी से भी वार्ता की।

फ्ख् हजार स्टूडेंट्स ले रहे शिक्षा

यूनिवर्सिटी की स्ट्रेंथ की बात की जाए तो फिलहाल यूनिवर्सिटी से प्रदेश भर के फ्ख् हजार स्टूडेंट्स में तकरीबन ख्ख् हजार स्टूडेंट्स स्ट्रेंथ अकेले गढ़वाल रीजन से है। ऐसे में यहां के स्टूडेंट्स को कोर्स से जुड़ी किसी भी परेशानी पर हल्द्वानी स्थित यूनिवर्सिटी के मेन कैंपस में ही जाना पड़ता था। इससे न सिर्फ वक्त और पैसे की बर्बादी होती थी, बल्कि मानसिक रूप से भी काफी परेशान होना पड़ता था। इसी को देखते हुए अब कुलपति डा। राव ने राजधानी देहरादून में ही परेशानी का समाधान हो सके इसके लिए कैंप ऑफिस में ही पर्याप्त व्यवस्था बनाए जाने की बात कही है।

वर्जन---

एग्जाम रिलेटेड मामलों में देरी एक बड़ी समस्या है। इसे सबसे पहले दूर किया जाएगा। इसके अलावा रिजल्ट और स्टूडेंट्स की परेशानी का समाधान दून में ही हो सके। इसके लिए सुविधाओं को राजधानी स्तर पर ही मुहैया कराए जाने का प्रयास जारी है। अगले सेशन से करीब दो लाख प्राइवेट एग्जाम देने वाले कैंडिडेट्स को भी ओपन यूनिवर्सिटी में मर्ज किया जाएगा। ऐसे में चुनौती और भी बढ़ने वाली है। यूनिवर्सिटी इसके लिए पहले से खुद को तैयार करने में जुटी है।

---- प्रो। नागेश्वर राव, कुलपति, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी