सिटी में सक्रिय था गिरोह

दरअसल, गत वर्ष सितंबर माह में राजपुर निवासी रमेश सिंह ने नेहरू कॉलोनी थाने में तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि सिटी में कबूतरबाजी का एक गिरोह सक्रिय है, जो लोगों को फॉरेन में जॉब दिलाने के सुनहरे सपने दिखाता है। इस गिरोह के लोग फर्जी पासपोर्ट और वीजा के नाम पर कई लोगों को बाहर भेज चुके हैैं। इस काम के एवज में वे लोगों से लाखों रुपए वसूल लेते हैैं। लोगों को ठगे जाने का अहसास विदेश में होता है जब उन्हें वहां पर जॉब नहीं मिल पाता है। उन्होंने बताया कि गिरोह में अम्बाला निवासी सगे भाई अनूप शर्मा व प्रदीप शर्मा के अलावा देहरादून के नत्थनपुर निवासी सगे भाई गोविंद वर्मा व गौतम वर्मा शामिल हैैं। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों को तलाश रही थी।

लाखों का लगा चुके हैं चूना

एसओ राजपुर अबुल कमाल ने बताया कि आरोपी गोविंद पुत्र राजू वर्मा निवासी नत्थनपुर को वेडनसडे मार्निंग उसके घर से अरेस्ट किया गया। जबकि उसका भाई गौतम वर्मा व अन्य दो आरोपी अभी थाईलैैंड में हैं। डीएवी कॉलेज से एमकॉम की पढ़ाई कर रहा गोविंद इस गिरोह का सक्रिय सदस्य है। इसी के बैैंक एकाउंट में पैसे जमा किए जाते हैं। विदेश भेजने के नाम पर उक्त एकाउंट में रमेश द्वारा चार लाख, जोत सिंह द्वारा छह लाख, रंगीला लाल द्वारा चार लाख रुपए जमा करवाए गए हैैं। जिसे बाद में गोविंद द्वारा निकालकर अन्य एकाउंट में ट्रांसफर किया गया है। गिरफ्त से बाहर सभी आरोपियों के बारे में इमिग्र्रेशन डिपार्टमेंट को सूचित किया जा चुका है।