- यमुना नदी में बढ़ी सिल्ट की मात्रा

- तीन पावर हाउस की टरबाइन रोकी गई

देहरादून,

मूसलधार बारिश से यमुना नदी में जलस्तर और सिल्ट की मात्रा बढ़ गई, इससे पछवादून के तीन जल विद्युत उत्पादन केंद्रों में टरबाइनों का संचालन रोक दिया गया। वहीं छिबरौ और खोदरी पावर हाउस में उत्पादन सुचारू है। बारिश के पानी के साथ सिल्ट और घासफूस आने के कारण पावर हाउसों की जालियां साफ करनी पड़ी। डाकपत्थर बैराज में बाढ़ के पानी को पास किया जा रहा है। गुरुवार रात करीब दो बजे से तीन पावर हाउसों में ठप उत्पादन शुक्रवार देर शाम तक भी शुरू नहीं हो पाया।

फ्लड किया गया पास

मूसलधार बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने और बड़ी मात्रा में सिल्ट आने से डाकपत्थर बैराज के गेट खोलकर फ्लड पास किया गया। इसके चलते शुक्रवार रात में करीब दो बजे से ढालीपुर, ढकरानी और कुल्हाल पावर हाउसों में विद्युत उत्पादन ठप हो गया। वहीं 240 मेगावाट के छिबरौ और 120 मेगावाट के खोदरी पावर हाउस में बिजली उत्पादन सुचारू रूप से हो रहा है। ढकरानी, ढालीपुर और कुल्हाल जल विद्युत उत्पादन केंद्रों में बिजली उत्पादन ठप होने से जल विद्युत निगम को भारी नुकसान उठाना पड़ा। निगम के अधिकारी डाकपत्थर बैराज के कंट्रोल रूम से जल स्तर और सिल्ट की मात्रा कम होने का इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार का पूरा दिन बीत गया, लेकिन सिल्ट और जलस्तर कम नहीं हुआ। डाकपत्थर बैराज से फ्लै¨शग जारी रही। उत्तराखंड जल विद्युत निगम के पीआरओ विमल डबराल के अनुसार बारिश के कारण यमुना का डिस्चार्ज और भारी मात्रा में सिल्ट बढ़ने की वजह से पछवादून के तीन पावर हाउसों में उत्पादन ठप रहा।

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पछवादून में पावर हाउसेज की क्षमता:

छिबरौ जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 240 मेगावाट।

खोदरी जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 120 मेगावाट।

ढालीपुर जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 51 मेगावाट।

ढकरानी जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 33.53 मेगावाट।

कुल्हाल जल विद्युत उत्पादन केंद्र : 33 मेगावाट।