देहरादून,(ब्यूरो): दून में मानसून की दस्तक के साथ ही फल-सब्जियों के रेट आसमान छूने लगे हैैं। स्थिति ये है कि अब तो लोग सब्जियों की खरीदारी भी बहुत सोच कर ही कर रहे हैं। महंगाई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सीजन होने के बावजूद प्याज 50 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है। ऐसा ही हाल दूसरी सब्जियों का है। फ्रूट्स की बात करें तो सेब के दाम 160 से 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।

आगे और मुश्किल
मानसून की दस्तक के साथ ही दून में सब्जियों के दाम पिछले एक सप्ताह से लगातार उछाल मार रहे हैं। जानकार बता रहे हैं कि हाल ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में सब्जी खरीदना मुश्किल हो जाएगा। इसकी बड़ी वजह ये रहती है कि पहाड़ों से पहुंचने वाली सब्जियां खेतों से लेकर बाजार तक सही समय पर नहीं पहुंच पाती हैं। रोड ब्लॉक होने के साथ लगातार बारिश से सब्जियों को नुकसान पहुंचता है। मंडियों में डिमांड के हिसाब से फल-सब्जी नहीं पहुंच पाते, इसलिए रेट बढ़ जाते हैैं।

रेट बढऩे के कारण
-लगातार बारिश से रोड ब्लॉक।
-सब्जियों का खराब हो जाना।
-समय से सप्लाई न हो पाना।
-ट्रांसपोर्टेशन की दिक्कत।
-दूसरे रूट से ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा बढ़ जाना।

यहां से होती है आवक
-आलू व प्याज- पंजाब, नासिक, राजस्थान, महाराष्ट्र, एमपी व गुजरात
-हरी सब्जियां - उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल व बिहार
-टमाटर- उत्तरकाशी, हिमाचल, सहारनपुर

डेली 9 ट्रक, 20 पिकअप की खपत
दून स्थित निरंजनपुर सब्जी मंडी के अधिकारियों के अनुसार मंडी में करीब 8 से 9 ट्रक और 15 से 20 पिकअप गाडिय़ां रोजाना फल और सब्जियां लेकर पहुंचती हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में 5.28 लाख क्विंटल फल व 17.8 लाख क्विंटल सब्जी की सप्लाई मिली थी।

ऐसे बढ़े रेट
सब्जी होल सेल - रिटेल
आलू - 30 40
प्याज - 40 50
टमाटर - 40 50
पत्ता गोभी - 20 25
करेला - 30 35
अरबी - 60 70
लौकी- 40 50
भिंडी - 30 40
शिमला मिर्च- 60 80
बैैंगन 25 40
खीरा 10 20

फ्रूट्स के रेट
आम 60--70 80,100
सेब 140 160--200
अनार 180 220
लीची 140 180


मानसून शुरू होते ही सब्जियों का प्रोडक्शन कम होने लगता है, जिसका असर कीमतों पर पड़ता है। दून मंडी में ज्यादातर फल और सब्जियां बाहरी क्षेत्रों से आती हैं। लगातार बारिश व रोड ब्लॉक के कारण ट्रांसपोर्टेशन में ज्यादा वक्त लग जाता है। ऐसे में ट्रांसपोर्टेशन चार्ज भी बढ़ जाते हैं। इस वजह से सब्जियों व फलों के दामों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।
-अजय डबराल, मंडी इंस्पेक्टर, मंडी समिति दून।

हमारा तो बजट ही बिगड़ गया
सब्जियों और फलों की बढ़ती कीमतें हमारे बजट पर भारी पड़ रही हैं। हम जैसे आम लोगों के लिए ताजी सब्जियां और फल खरीदना मुश्किल हो गया है। पहले से ही महंगाई के कारण खाने-पीने की चीजें महंगी थीं, अब सब्जियों और फलों की कीमतें भी बढ़ गई हैं।
-अनुराधा गर्ग, लक्ष्मण चौक

महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पहले जहां हम चार तरह की सब्जियां खरीद सकते थे। अब उतने पैसों में सिर्फ दो ही सब्जियां मिल रही हैं। धनिया जो पहले मुफ्त मिलता था, अब उसके भी पैसे देने पड़ रहे हैं। इस स्थिति में हमें हर दिन अपने खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है।
-सीमा तिवारी, मियांवाला।

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