-सीएम ने दिए निर्देश, प्रभारी प्रधानाचार्यो का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाए

DEHRADUN: सभी स्कूलों व इंटर कॉलेजों में दो महीने के अंदर प्रधानाचार्यो की नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। प्रभारी प्रधानाचार्यो को ग्रेड दो प्रिंसिपल के तौर पर तैनात करने के लिए प्रस्ताव अगली कैबिनेट की बैठक में लाया जाए।

मॉडल स्कूलों में योग्य श्िाक्षक हों

शनिवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत बीजापुर गेस्ट हाउस में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्नति प्रोग्राम प्रदेश के सभी हाईस्कूलों में शुरू किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड बनाए जाने की संभावना पर विचार करते हुए इस पर भी कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाए। सीएम ने कहा कि एक वर्ष में राज्य की स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। लेकिन इस क्वालिटी को बनाए रखने के लिए अभी और भी प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। शिक्षकों की समस्याओं के बारे में सीएम ने कहा कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। लेकिन उससे बड़ी बात यह होगी कि मॉडल स्कूलों में योग्य शिक्षक ही भेजे जाएं। इस मौके पर शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी, सचिव डीएस गब्र्याल, महानिदेशक शिक्षा डी.सेंथिल पांडियन, निदेशक डॉ। आरके कुंवर, सीमा जौनसारी आदि मौजूद थे।

दैनिक उपयोग की बढ़ाई राशि

प्रदेश के आश्रम पद्धति विद्यालयों, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों व राजकीय जनजाति छात्रावासों में दैनिक उपयोग की राशि डेढ़ हजार रुपए बढ़ा दी है। पहले छात्र-छात्राओं को यह राशि महज एक हजार रुपए दी जाती थी। इसके अलावा अजा के छात्रों को कोचिंग की सुविधा भी जल्द मिलेगी। सीएम ने जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि आश्रम पद्धति विद्यालयों में एलटी सहायक अध्यापकों व राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अनुदेशकों की भर्ती में विलंब हो रहा है तो विजिटिंग शिक्षकों की व्यवस्था की जाए। कहा, आश्रम पद्धति स्कूलों में संख्या ज्यादा है तो उसको क्ख्वीं तक कर ि1लया जाए।

अधिकारियों की िनयुक्ति हो

सीएम ने कहा कि जनजाति कल्याण की योजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए जनजाति बाहुल्य जनपदों व विकास खंडों में जनजाति कल्याण अधिकारियों की नियुक्ति का ढांचा प्रस्तुत किया जाए। जनजाति से संबंधित विकास से सफल संचालन के लिए जनजाति सलाहकार परिषद के खाली पद भरे जाएं। इस दौरान जनजाति सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष गोपाल सिंह राणा मौजूद थे।