- हरिद्वार जेल में 127 कैदियों ने नहीं खाना दोपहर का भोजन

- कमजोरी की शिकायत पर चार कैदियों को अस्पताल में भर्ती कराया

- सोमवार को 80 कैदियों ने खाना लेने से कर दिया था इनकार

HARIDWAR: जेल में बंद कैदियों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। मंगलवार को ब्7 और कैदियों ने भूख हड़ताल कर दी। जो जेल प्रबंधन के साथ ही जिला प्रशासन के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। वहीं सुबह नाश्ता न लेने वालों का आंकड़ा केवल 77 था। इस बीच, कमजोरी की शिकायत पर चार कैदियों को जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि चौदह साल की सजा काटने वालों की रिहाई की मांग को लेकर जेल में कैदी भूख हड़ताल पर हैं।

दोपहर होते और सुलगी चिंगारी

जेल प्रशासन और कैदियों के बीच तीन दिनों से मानमनोव्वल का दौर चल रहा है, लेकिन गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां बंद कुल क्0ख्क् में से 80 कैदियों ने सोमवार को खाना छोड़ दिया था, हालांकि पहले यह संख्या 90 थी, लेकिन दोपहर जेल प्रशासन के नोटिस के बाद कुछ कैदियों ने भूख हड़ताल से कदम पीछे खींच लिए थे। मंगलवार सुबह तीन और कैदियों ने आंदोलन से अपने को अलग कर नाश्ता लिया, लेकिन दोपहर होते-होते चिंगारी और सुलग गई। नतीजतन क्ख्7 कैदियों ने दोपहर का भोजन लेने से इनकार कर दिया।

बातचीत रही बेनतीजा

इससे पहले सिटी मजिस्ट्रेट जयभारत सिंह और सीओ सिटी जेपी जुयाल ने कारागार पहुंचकर कैदियों के साथ बातचीत की। सिटी मजिस्ट्रेट ने कैदियों की मांग को अनुचित ठहराते हुए उनसे हड़ताल खत्म करने की बात कही, लेकिन कैदी इसके लिए तैयार नहीं हुए। वार्ता में कोई निर्णय नहीं निकलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी वापस लौट आए।

क्ख्7 कैदियों ने दोपहर का भोजन नहीं लिया। आंदोलन में शामिल चार कैदियों को भोजन न लेने के चलते कमजोरी की शिकायत पर जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एसके सुखीजा, जेल अधीक्षक