-लैंसडौन चौक पर पुतला फूंकने गए थे ई रिक्शा चालक

-इससे पहले अपने ई-रिक्शा को आग लगा चुका है एक चालक

देहरादून।

शहर में मेन रूट पर चलने पर रोक लगा दिये जाने से नाराज एक रिक्शा चालक ने ट्यूजडे को पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगाने का प्रयास किया, हालांकि समय रहते उसे बचा लिया गया। नाराज रिक्शा चालक पिछले कई दिनों से परेड ग्राउंड में धरना दे रहे हैं। पिछले दिनों एक अन्य चालक ने भी अपने ई-रिक्शा को आग लगा दी थी। ट्यूजडे को ई-रिक्शा चालक लैंसडौन चौक पर सीएम का पुतला फूंकने के लिए इकट्ठे हुए थे। इस दौरान एक रिक्शा चालक ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया। इससे पहले कि रवि फुकेला नामक ई-रिक्शा चालक ने खुद का आग लगाता लोगों ने उसे पकड़ लिया।

बैंक वाले दे रहे धमकी

आत्मदाह का प्रयास करने वाले रवि फुकेला का कहना है कि मुख्य मार्गो पर ई-रिक्शा का संचालन बंद होने के कारण उसके घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। ई-रिक्शा खरीदने के लिए बैंक से लोन लिया था। किस्त न चुका पाने के कारण बैंक वाले परेशान कर रहे हैं और जेल भिजने की धमकी दे रहे हैं। उसका कहना था कि आज सभी रिक्शा चालकों की ऐसी ही स्थिति है। जिस सड़क पर जाएं वहीं परिवहन विभाग या पुलिस वाले चालान काट रहे हैं। चालान की रकम कम से कम 2000 रुपए होती है।

फूंक दिया था ई-रिक्शा

बीते 3 फरवरी को परेड ग्राउंड धरनास्थल में एक रिक्शा चालक ने अपने ई-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया था। उस समय ई-रिक्शा चालकों ने कहा था कि उनके पास कोई चारा नहीं रह गया है। अभी तो रिक्शा जलाया है, बाद में खुद को भी आग लगानी पड़ेगी।

13 से करेंगे आमरण अनशन

ई-रिक्शा चालक धरनास्थल पर क्रमिक अनशन कर रहे हैं, लेकिन, शासन-प्रशासन की ओर से कोई भी सुनवाई नहीं की गई है। ई-रिक्शा चालकों ने चेतावनी दी है कि वे 13 फरवरी के बाद आमरण अनशन करेंगे। ई-रिक्शा का संचालन सभी मार्गो पर पूर्व की भांति किया जाए। ई-रिक्शा चालकों का बार बार चालान न काटा जाए।