- जनता के बीच पहुंचकर आचार्यो ने सुनाई समस्याएं

- जनसमर्थन अभियान में छात्रों, भूतपूर्व सैनिकों व व्यापारियों ने दिया समर्थन

DEHRADUN: शिक्षा मित्र में समायोजन की मांग को लेकर पिछले चार सालों से आंदोलन कर रहे शिक्षा आचार्यो ने शुक्रवार को जनसमर्थन अभियान चलाया। जिसमें उन्होंने एक सप्ताह पूर्व हुए लाठीचार्ज व सरकार द्वारा कोरे आश्वासन का विरोध किया। अभियान में आचार्यो को छात्रों के अलावा भूतपूर्व सैनिक व व्यापारियों का समर्थन मिला।

लाठीचार्ज का किया विरोध

धरनास्थल से विभिन्न ग्रुपों में शिक्षा आचार्य विभिन्न क्षेत्रों में जनता के बीच पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आंदोलन व सरकार द्वारा दिए जा रहे बार- बार कोरे आश्वासन को जनता के बीच रखा। साथ ही आचार्याें ने विगत सप्ताह पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का भी विरोध किया। शिक्षा आचार्य विभाग, स्कूल व कॉलेज के अलावा व्यापारियों से भी मिले। संगठन के महासचिव शमशाद ने बताया कि अभियान में शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में की गई नियुक्तियां व 9क्0 शिक्षा आचार्यो को किस तरह से बाहर का रास्ता दिखाया गया। सभी जनता के सामने रखा गया। जनता द्वारा मिले अधिकाधिक समर्थन के साथ ही उन्होंने शिक्षा आचार्यो को न्याय दिलाने की मांग की। छात्र- छात्राओं के अलावा इनकम टैक्स विभाग के कर्मचारी, छात्र- छात्राओं, व्यापारी नेता व भूतपूर्व सैनिकों ने समर्थन दिया। गु्रप लीडर में पूरण सिंह राणा, खेम सिंह, शमशाद, मीना थापा, कैलाश पुंडीर, कुलवंत, जियालाल, मीनाक्षी रावत, नईम खान, गुलशाद अहमद आदि मौजूद रहे।