फोटो- 2 से 6:

- उत्तराखंड निगम में चल रही चालक व परिचालक की सीधी भर्ती पर की रोक लगाने की मांग

- मांग पूरी न होने पर 17 जून से अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी

HARIDWAR: उत्तराखंड परिवहन निगम में चल रही स्थायी चालक व परिचालकों की सीधी भर्ती से नाराज उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने बुधवार को हरिद्वार बस अड्डा परिसर में एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने निगम में चल रही सीधी भर्ती प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुए पहले ख्00भ् से निगम में कार्यरत करीब तीन हजार अनुबंधित व संविदा परिचालकों व चालकों को नियमित करने की मांग की। कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर क्7 जून से अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी।

रोडवेज कर्मचारियों ने दिया धरना

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रांतीय कार्यकारणी के आह्वान पर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक कुमार चौधरी के नेतृत्व में दिन में क्क् बजे बस अड्डा परिसर में एकत्रित हुए। जहां अपनी मांगों को लेकर सभी धरने पर बैठ गए। धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि संगठन की वर्षो से मांग रही है कि रोडवेज में ख्00भ् से अनुबंधित व संविदा पर कार्यरत करीब फ्000 चालक व परिचालकों को स्थायी नियुक्ती की जाए। इसके बाद ही अतिरिक्त सीटों पर भर्ती की कार्यवाई शुरू की जाए लेकिन बीच में निगम के स्तर से इनको नजरअंदाज कर सीधी भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। कहा कि हालांकि निगम ने कर्मचारियों को यह सांत्वना भी दी थी कि इस प्रस्ताव को बोर्ड में ले जाएंगे ताकि लोगों को नियमित किया जा सके। मगर यह सिर्फ कोरा आश्वासन ही रहा।

यात्रियों को हुई परेशानी

धरने की अध्यक्षता करते हुए डीएन शुक्ला ने कहा कि वर्ष ख्00भ् से परिवहन निगम में बहुत ही कम वेतन पर चालक व परिचालक कार्य रहे हैं। पूर्व में कई बार उनके ईपीएफ की कटौती धनराशि का गबन भी किया जा चुका है, जिसकी वसूली व दोषियों के खिलाफ कार्यवाई के लिए यूनियन ने हाईकोर्ट नैनीताल में वाद भी दाखिल किया है। इस दौरान कर्मचारियों ने निगम में कार्यरत संविदा चालक व परिचालकों की स्थायी नियुक्ती की मांग। साथ ही सीधी भर्ती पर रोक लगाने को कहा। इधर, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के धरने से उत्तराखंड परिवहन निगम की हरिद्वार बस अड्डे से होकर गुजरने वाली सभी बसों का संचलन प्रभावित रहा। बसों के आवागमन न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। धरने में उदयवीर, केपी सिंह, हरेन्द्र कुमार, विपिन कुमार, सहदेव सिंह, यशपाल सिंह, विनय जोशी, सतेन्द्र तिवारी, नीरज चौधरी सहित करीब सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।