- एफएसएसएआई के निर्देशों पर की गई कार्रवाई

- दूध की गुणवत्ता की जानकारी के लिए हुआ रैपिट सर्वे

- देहरादून और हरिद्वार में सैंपल के जरिए होगा सर्वे

DEHRADUN: खाद्य सुरक्षा विभाग ने दून में घटिया गुणवत्ता और मिलावटी दूध को लेकर सैंपलिंग अभियान चलाया। विभाग की टीम ने क्क् इलाकों से दूध के सैंपल्स लिए और जांच के लिए लैबोरेट्री भेज दिए हैं। दरअसल दूध में पानी से लेकर डिटर्जेट तक की मिलावट को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर फूड स्टैंडर्ड सेफ्टी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने पूरे देश में दूध का एक रैपिड सर्वे करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए देश भर में क्00 शहरों को चुना गया है। उत्तराखंड में एफएसएसएआई द्वारा देहरादून और हरिद्वार को सर्वे के लिए चुना गया है। एफएसएसएआई के निर्देशों के बाद सोमवार को खाद्य सुरक्षा विभाग ने शहर में दूध की गुणवत्ता को लेकर क्क् इलाकों में सैंपलिंग की।

रायपुर लैब भेजेगी रिपोर्ट

जिला अभिहीत अधिकारी अनुज थपलियाल ने बताया कि एफएसएसआई द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सोमवार को शहर के अलग-अलग इलाकों से सर्वे के लिए क्क् स्थानों से दूध के सैंपल लिए गए। इन सैंपल्स को अलग-अलग जगहों से डेयरी, साइकिल से दूध बेचने वाले, पैकिंग वाले ब्रांडेड दूध, लोकल पैकिंग वाले दूध के लिए गए। एफएसएसआई के निर्देश के अनुसार उत्तराखंड में रायपुर रोड स्थित आंचल दूध लैब को इस सर्वे के सैंपल की रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है।

यहां-यहां से लिए सैंपल्स

- एजेंसियों के स्तर से

- पशु पालक डेयरियों से

- डेयरी शॉप से

- ब्रांडेड दूध

- दूधिया द्वारा दिया जा रहा दूध

क्भ् स्तरों पर होगी जांच

एफएसएसएआई ने अधिकृत की गई लैबों को दूध की क्भ् स्तरों पर जांच करने का निर्देश दिए हैं, जिसमें फैट, एसएनपी, रिफाइंड, डिटजर्ेंट, हाइड्रोजन परॉक्साइड, फॉर्मलीन, शुगर, यूरिया, स्टार्च, बोरिक एसिड, माल्टोडेक्सट्रिन, अमोनियम सल्फेट, नाइट्रेट, सेल्यूलोज, ग्लूकोज की जांच की जाएगी। बताते चलें कि एफएसएसएआई सैंपल सर्वे के माध्यम से यह जानने की कोशिश में लगा है कि आखिरकार दूध में किस स्तर तक मिलावट की जा रही है और बाजार में कितने प्रतिशत शुद्ध दूध मिल रहा है।

मिलावट मिली तो होगी सख्ती

जिला अभिहीत अधिकारी अनुज थपलिया ने बताया कि सर्वे का मुख्य मकसद बाजार में बेचे जा रहे दूध की शुद्धता को जानना है। अगर सर्वे में भारी मात्रा में मिलावट की बात सामने आती है तो उसके बाद एसएसएसएआई नियमों में सख्ती कर सकता है। उन्होंने बताया कि एफएसएसआई द्वारा देहरादून में दूध की मंडी का भी सैंपल लेकर सर्वे में शामिल करने के लिए कहा गया था, लेकिन देहरादून में कोई भी दूध की मंडी नहीं है इसलिए बाकी इलाकों से दूध का सैंपल लिया गया।

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एफएसएसआई द्वारा दूध का रैपिड सर्वे किया जा रहा है। इसी क्रम में देहरादून में क्क् इलाकों से दूध के सैंपल लेकर लेब भेजे गए हैं।

अनुज थपलियाल, जिला अभिहीत अधिकारी