-दो और युवकों को बहा ले गई नदी

-कार पर गिरा बोल्डर, कार सवार की मौत

-राज्य में करीब 300 सड़कें मलबा आने से बंद

-करीब 1000 गांवों का संपर्क कटा

देहरादून

उत्तराखंड के पहाड़ों समेत मैदानी इलाकों में भी बारिश कहर बरपा रही है। यूं कहेंगे कि बारिश जान लेने पर आमादा है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। पहाड़ों पर पिछले 72 घंटों से लगातार हो रही बारिश से सैकड़ों सड़कें बंद हैं तो कई घर तबाह हो गए हैं। हर दिन बारिश के कहर से मौतों की खबरें आ रही हैं। सड़कें बंद होने से न तो समय पर मदद मिल पा रही है और न ही जरूरी सामान गांवों में पहुंच पा रहा है।

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तीन युवकों की मौत

सोमवार को हरिद्वार में बहादराबाद के बड़ेढी गांव में एक 16 वर्षीय किशोर रतमऊ नदी से लकड़ी निकालने गया था। नदी के तेज बहाव में बह गया। किशोर का नाम फैजान बताया गया है। उधर, नैनीताल जिले में गोला नदी के तट पर पांच दोस्तों संग रेत निकालने गया 27 साल का टोनू उर्फ सोनू पानी के तेज बहाव में बह गया। दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं रहे। देर शाम लक्सर क्षेत्र में डूबने से एक और युवक की मौत हो गई। सलेमपुर बक्काल गांव का 25 साल का विशाल पानी भरा होने के कारण गढ्ढे में जा गिरा और पानी से बाहर नहीं निकल सका।

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बहे युवकों के शव मिले

फोटो-7,8नाले में जलभराव के बाद लापता हुए युवकों के शव मिले

फोटो-7,8नाले में जलभराव के बाद लापता हुए युवकों के शव मिले

रविवार की देरशाम बहादराबाद के जमालपुर खुर्द की शिवम विहार कालोनी के तीन युवक जलभराव के बाद नाले के तेज बहाव में बह गए थे, जिसमें एक युवक को लोगों ने बचा लिया था। दो युवकों का पता नहीं चल सका था। सोमवार को गोताखारों की ओर से चलाए गए सर्च अभियान के बाद दोनों युवकों के शव बरामद कर लिए गए हैं। शिवम विहार कलोनी में रविवार को भारी बारिश के चलते जलभराव में देर शाम योगेश पुत्र रामचरण, परमेन्द्र पुत्र शंकर लाल निवासी गठशामेर पौड़ी गढ़वाल, दीपक पुत्र लक्ष्मी निवासी अल्मोड़ा हाल निवासी शिवम विहार कलोनी डूब गए थे। योगेश को बचा लिया गया था।

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कार पर गिरा बोल्डर

उत्तरकाशी में पहाड़ी से गिरे बोल्डर से कार सवार बैंक कर्मी को मौत की नींद सुला दिया, कार अनियंत्रित होकर नदी में जा समाई। सोमवार सुबह नालूपानी के पास बैंक कर्मी सहदेव की एक स्विफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरी। सहदेव चिन्यालीसौड़ से ड्यूटी पर उत्तरकाशी आ रहा था। सहदेव छिटककर बाहर गिर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस और एसडीआरएफ ने शव खाई से बाहर निकाला।

मलबे में दबी वृद्ध महिला

सोमवार को भारी बारिश के चलते टिहरी के पंडाली गांव में एक मकान गिर गया। मकान के मलबे में 80 वर्षीय रैजा देवी दब गई। तीन घंटे की मशक्कत के बाद गांव वालों ने रैजा देवी को सकुशल मलबे से निकाला। दूसरी तरफ राजकीय इंटर कॉलेज बर्नीगाड़ का एक कमरा पूरी तरह भरभराकर गिर गया। स्कूल में छुट्टी थी इसलिए जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।

घंटों तड़पती रही गर्भवती

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जौनसार बावर में बंद सड़कों की वजह से लोगों की जान पर बन आई है। सोमवार को सीएचसी में 24 घंटे उपचार न मिलने पर 21 साल की एक गर्भवती महिला की जान पर बन आई। सीएचसी साहिया में कोई चिकित्सक नहीं मिला। बाद में परिजन अपने वाहन से महिला को उपचार के विकासनगर ले जाने लगे, लेकिन कालसी-चकराता मोटर मार्ग जजरेड के पास मलबा आने से बंद पड़ा था। घंटों जाम में फंसने के बाद मजबूर होकर परिजन महिला को वापस साहिया लेकर आ गए और निजी चिकित्सक को दिखाया।

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सैकड़ों गांव अलग-थलग

उत्तरकाशी जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से 55 संपर्क मार्ग बंद हैं। इससे जिले के करीब 150 गांवों का सम्पर्क कटा हुआ है। दूसरी तरफ टिहरी जिले में भी 70 सड़कें बंद हैं। यहां बारिश से 14 मकान टूट गए हैं। टिहरी बांध का जलस्तर 779.30 मीटर तक पहुंच गया है। जौनसार बावर में 46 सड़कें मलबा आने से जगह-जगह बंद हो रखी हैं। यहां सड़कें टूटने से करीब 200 गांवों का संपर्क कस्बों और शहरों से टूट गया है। कुमाऊं में 50 से अधिक सड़कें बंद हैं। यहां भी सैकड़ों गांवों का संपर्क कटा हुआ है। करीब दर्जन भर से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। अकेले चंपावत में करीब 27 सड़कें बंद पड़ी हैं।