-300 मीटर सड़क का हिस्सा बर्नीगाड में बहा

-104 यात्री केदारनाथ से निकाले गए

-2 मकान देहरादून में ढहे

-1 मकान अल्मोड़ा में भी ढहा

देहरादून : बारिश ने फिर उत्तराखंड में कहर मचाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को उत्तरकाशी में बादल फट गया। इससे वहां कई हेक्टेयर खेती की जमीन बह गई। मूसलाधार बारिश ने देहरादून और अल्मोड़ा में भी कहर ढाया है। देहरादून के विकासनगर में दो मकान बारिश की वजह से ढह गए जबकि अल्मोड़ा में भी एक मकान गिर गया। अल्मोड़ा में मकान के मलबे में दबकर दो मवेशियों की मौत हो गई।

यात्रियों को पड़ावों में रोका गया

गुरुवार को केदारनाथ पैदल मार्ग बहने से प्रशासन ने यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर ही रोक रखा है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ। राघव लंगर ने बताया कि केदारनाथ ट्रैक की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है और रविवार कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ही यात्रियों को केदारनाथ रवाना किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा स्टेट डिजाजस्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) और पुलिस के तीस जवानों की मदद से केदारनाथ और लिनचौली में फंसे यात्रियों को सोनप्रयाग लाया गया। हालांकि शुक्रवार को केदारनाथ और लिनचौली में फंसे 120 में से 104 यात्रियों को सकुशल निकाल लिया गया। शेष 16 को शनिवार सुबह हेलीकॉप्टर से निकाला जाएगा। उधर, मलबा आने से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गंगोत्री के पास गंगनानी में बंद है, जबकि बदरीनाथ और यमुनोत्री हाईवे पर यातायात जारी है।

नदियां हैं उफान पर, दहशत

गुरुवार रात हुई मूसलाधार बारिश से उत्तरकाशी जिले के नौगांव, मुराड़ी और देवलसारी इलाके में बरसाती नदियों के उफान से ग्रामीणों में दहशत है। जिले में बर्नीगाड के पास बादल फटने से कृषि भूमि तबाह होने के साथ ही गांव को जोड़ने वाली सड़क का तीन सौ मीटर हिस्सा बह गया है। शुक्रवार सुबह टिहरी जिले के पाली गांव में एक प्राथमिक विद्यालय का पिलर गिरने से आसपास खेल रहे बच्चे बाल-बाल बच गए। हालात के मद्देनजर यहां पढ़ रहे 27 छात्र-छात्राओं को पंचायत भवन में शिफ्ट किया गया है।