सुनील की पत्नी गीता और उसके नौकर ने पूछताछ के दौरान किया खुलासा

नाभा जेल ब्रेक कांड से कुछ दिन पहले तक पेंदा देहरादून में ही था

DEHRADUN: पंजाब के नाभा जेल ब्रेक कांड से कुछ दिन पहले तक पेंदा देहरादून में ही था। दून पुलिस द्वारा सोमवार को गिरफ्तार की गई फरार सुनील कालरा की पत्नी गीता और उसके नौकर आदित्य उर्फ बिन्नी ने पूछताछ के दौरान पेंदा के देहरादून में रहने की बात स्वीकार की है। पहले तो गीता पेंदा के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार करती रही, लेकिन उसने इतना जरूर बताया कि राजीव शर्मा उर्फ प्रीत नाम का एक शख्स यहां आता-जाता रहता था। लेकिन पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं थी की प्रीत उर्फ राजीव शर्मा ही पेंदा है।

फोटो से की पहचान

जब पंजाब पुलिस द्वारा जारी की गई फोटो गीता को दिखाई तो उसने पहचान लिया। इसके साथ ही यह भी बात सामने आई है कि नाभा जेल ब्रेक का मास्टरमाइंड पेंदा के ही कहने पर सुनील ने परमिंदर को देहरादून बुलाया था। यहां सुनील ने परमिंदर को डांडा लखौंड में किराए का मकान दिलवाया था। इधर सोमवार को पकडे़ गए दोनों आरोपियों को क्ब् दिन की ज्यूडीशियल रिमांड पर भेज दिया गया है। जबकि सुनील और अन्य संदिग्ध की तलाश में दून पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है।

कैदियों को भगाने में माहिर परमिंदर

परमिंदर इससे पूर्व भी जेल से कैदियों को भगाने की साजिश को अंजाम दे चुका है। परमिंदर वर्ष ख्009 में पंजाब के कपूरथला में शातिर अपराधी दिलशाद बागा को पुलिस कस्टडी से फरार कराने को लेकर चर्चा में आया था। परमिंदर के नाम कई बड़े आपराधिक कारनामे दर्ज हैं। कपूरथला के शाहकुंड थाना में असलहे की लूट के बाद वर्ष ख्0क्0 में पटियाला में पुलिस टीम पर फाय¨रग में भी पेंदा का नाम है। इसके अलावा उस पर पंजाब में दरोगा गुरदेव सिंह की हत्या का भी संगीन आरोप है। इन्हीं कारनामों के चलते पेंदा ने परमिंदर को जेल ब्रेक की साजिश का अहम किरदार बनाया।

पड़ोसियों से नहीं थी बातचीत

डांडा लखौंड में परमिंदर के पड़ोसियों ने बताया कि जब कभी परमिंदर और सुनील से आमना-सामना होता तो वह किसी से ज्यादा बात नहीं करते। सुनील कालरा और परमिंदर देहरादून में अपने ठिकाने पर पंजाबी में बात करते थे। यही वजह रही कि सुनील और परमिंदर के पड़ोसियों को उनकी बातें बिल्कुल भी समझ में नहीं आती थीं।