-अ‌र्द्धकुंभ में कम लोगों के आने से अधिकारी चिंतित

- मेल क्षेत्र में बने प्रशासनिक भवन में बैठेंगे परिवहन निगम के एजीएम और एआरटीओ

HARIDWAR: अ‌र्द्धकुंभ में मेला प्रशासन की उम्मीद से काफी कम श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। अ‌र्द्धकुंभ में लोगों की कम भीड़ का जुटने से अधिकारी ¨चतित हैं। बैसाखी और रामनवमी के दिन प्रमुख स्नान में भीड़ बढ़ाने और नियंत्रित करने को हर मोर्चे पर प्रशासनिक अधिकारियों को लगाने का फैसला लिया गया है। परिवहन निगम के एजीएम और एआरटीओ को सोमवार से मेला क्षेत्र में बने प्रशासनिक भवन में बैठेंगे। इसके साथ ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी कंट्रोल रूम से हर घंटे इन विभागों के अधिकारियों से अपडेट लेकर इंतजाम की जानकारी लेंगे।

अ‌र्द्धकुंभ में उम्मीद से कम आए श्रद्धालु

अ‌र्द्धकुंभ की शुरुआत से ही मेला प्रशासन ने जितनी श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया था। इसमें वे खुद ही खरे नहीं उतर सके। मेला प्रशासन कार्यालय के अनुसार जनवरी माह में मकर संक्रांति पर पचास लाख श्रद्धालुओं के अनुमान के सापेक्ष महज अठारह से बीस लाख ही आए। फरवरी महीने के स्नान में ख्भ्-फ्0 लाख की तुलना में भ्-क्0 लाख, मार्च के क्भ्-ख्0 लाख अनुमान के सापेक्ष ख्-ब् लाख श्रद्धालु ही हर की पैड़ी घाट पर गंगा स्नान को पहुंचे। राष्ट्रपति शासन लगने के बाद केंद्र सरकार ने सौ करोड़ रुपये भी अ‌र्द्धकुंभ के लिए दे दिया। अप्रैल माह में सात अप्रैल को अमावस्या और आठ अप्रैल को नवसंवत्सर स्नान पर इंतजाम का जायजा लेने के लिए राज्यपाल के सलाहकार भी मौजूद रहे। बावजूद इसके इन दो दिनों में क्0-क्ख् लाख श्रद्धालु ही जुट सके।

व्हाट्सएप से मिलेगी अपडेट स्थिति

राष्ट्रपति शासन में अप्रैल माह में पड़ रहे स्नानों पर आंकड़े की डींग हांकने वाले अधिकारी उम्मीद से कम श्रद्धालुओं के आने से खौफजदा हैं। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट वंदना मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों को मेले में उत्तराखंड के अलावा अन्य प्रदेशों के महत्वपूर्ण स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज और रेलवे के इंतजाम को पुख्ता कर खुद उनसे हर घंटे अपडेट जानकारी लेकर कंट्रोल रुम के साथ ही अधिकारियों को भी व्हाट्सअप के जरिये अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। एआरटीओ और एजीएम रोडवेज को सोमवार से हर घंटे अपडेट करने के साथ ही उन्हें मेला क्षेत्र में खुद बैठने का निर्देश अपर मेला अधिकारी ने दिया है। उनकी मानें तो उत्तराखंड सहित अन्य प्रदेशों से पांच हजार से अधिक बसों का प्रबंध किया गया है। इधर, अपर मेला अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि बैसाखी और रामनवमी का स्नान एक प्रकार से अ‌र्द्धकुंभ का फाइनल है। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने और उन्हें नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी मोर्चे पर लगे हैं।