- 4 मिलियन यूनिट तक घटी खपत, राज्य में बिजली की कटौती में आई कमी
- उपलब्धता और खपत में है महज 3 एमयू का अंतर, पावर प्रोडेक्शन भी बढ़ा

देहरादून (ब्यूरो): बारिश की वजह से पारे में कमी आने से बिजली खपत भी घट गई, जिससे लोगों को गर्मी के साथ ही बिजली कटौती का सामना नहीं करना पड़ा। जबकि बारिश से पहले इससे बिजली की खपत काफी बढ़ गई है। राज्य में बिजली की खपत 50 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई थी। डिमांड रिकॉर्ड स्तर से ऊपर पहुंचने से बिजली संकट खड़ा हो गया, जिससे दो से चार घंटे तक बिजली की कटौती शुरू हो गई थी। खपत घटने के साथ ही पावर जेनरेशन बढऩे से ऊर्जा निगम ने भी राहत की सांस ली है।

करीब 4 मिलियन खपत घटी
बारिश से पहले तक ऊर्जा निगम को राज्य और बाहरी स्रोतों से मिल रही बिजली के बावजूद 7 मिलियन यूनिट बिजली की कमी हो रही थी। इसके अलावा बाजार से बिजली की शॉर्ट टर्म खरीद अलग से की जा रही थी। पीक आवर में महंगी बिजली की खरीदने से निगम को घाटा उठाना पड़ रहा था। बिजली की मांग पूरी न होने पर ऊर्जा निगम ने शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दो से लेकर चार घंटे तक बिजली कटौती करनी शुरू कर दी थी।

बिजली की डिमांड और उपलब्धता
25 लाख के लगभग है बिजली कंज्यूमर्स
47 मिलियन यूनिट तक रोजाना डिमांड
44 मिलियन यूनिट है कुल उपलब्धता
17 मिलियन यूनिट मिल रही केंद्र से
21 मिलियन यूनिट का हो रहा राज्य में उत्पादन
06 मिलियन यूनिट मिल रही गैस प्लांटों से
03 मिलियन यूनिट है कमी

चारधामों में 24 घंटे बिजली
ऊर्जा निगम ने चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ में 24 घंटे बिजली का दावा किया जा रहा है। ऊर्जा निगम के चीफ इंजीनियर एमआर आर्या ने बताया कि चारधाम को निर्बाध बिजली मुहैया कराई जा रही है, ताकि टूरिस्ट्स को परेशान न उठानी पड़े। वह खुद चारधाम की बिजली व्यवस्था पर लगातार नजर बनाए हुए है।

राज्य में 24 जून को पावर प्रोडक्शन पर एक नजर
प्रोजेक्ट प्रोडक्शन
छिबरो 3.903
खोदरी 1.834
ढकरानी 0.555
ढालीपुर 0.779
कुल्हाल 0.483
तिलोथ 1.872
धरासू 7.018
चीला 2.218
रामनगर 0.789
खटीमा 0.697
पथरी 0.480
मोहम्मदपुर 0.151
गलोगी 0.015
दुनाऊ 0.002
पिलंगांव 0.043
उर्गम 0.000
कार्लीगंगा-1 0.060
व्यासी 0.711
कार्लीगंगा-2 0.085
टोटल 21.175
(बिजली प्रोडक्शन मिलियन यूनिट में)

डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम किया जा रहा मजबूत
ऊर्जा निगम के डायरेक्टर ऑपरेशन एमएल प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में विद्युत वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। लगातार बढ़ रही विद्युत मांग की आपूर्ति व विद्युत संतुलन बनाने के लिए विद्युत वितरण क्षेत्र को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। जिस दिशा में ऊर्जा निगम ने बीते एक वर्ष में तीन नए 33/11 केवी उपसंस्थानों का निर्माण और लगभग 200 किमी 33 केवी की लाइन बिछाई है। इसके अलावा प्रदेश में 1244 किमी 11 केवी और 2835 किमी एलटी लाइन स्थापित की गई। बताया कि प्रदेशभर में सभी पोषकों पर विद्युत संतुलन बनाए रखने के लिए 210 एमवीए क्षमता के 3916 ट्रांसफार्मर स्थापित किए गए।

बिजली व्यवस्था नियंत्रण में है। बिजली की खपत घटती-बढ़ती रहती है। बारिश से खपत में कमी आई है। इस समय निगम के पास पर्याप्त बिजली है। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी कटौती का कम से कम हो इसके प्रयास किए जा रहा है। चारधाम में लगभग 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
एमएल प्रसाद, डायरेक्टर ऑपरेशन, यूपीसीएल
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