- कोरोना के कारण जू, लच्छीवाला, एफआरआई पिकनिक स्पॉट्स को नहीं मिल पाई अब तक परमिशन

- सभी टूरिस्ट डेस्टीनेशंस को लाखों रुपए का कोरोनाकाल में उठाना पड़ा है घाटा

देहरादून,

दून के कुछ पिकनिक स्पॉट्स का भले ही अनलॉक-3.0 में खुलने की मंजूरी मिल गई हो, लेकिन कई ऐसे पिकनिक स्पॉट्स हैं, जिनको जिला प्रशासन से परमिशन मिलने का इंतजार कई दिनों से है। यही वजह है कि क्राउड के लिहाज से दून से सबसे ज्यादा हॉट स्पॉट्स पिकनिक कहे जाने वाले पर्यटक स्थलों को अब तक खुलने का इंतजार है। इनमें सबसे आगे दून का चिडि़याघर, लच्छीवाला, एमडीडीए पार्क, गांधी पार्क, एफआरआई व बुद्धा टेंपल आदि शामिल हैं। अकेले दून जू के लिए जू प्रशासन ने जिला प्रशासन को करीब एक माह पहले खुलने का आग्रह लेटर भेज दिया था। लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। माना जा रहा है कि जिला प्रशासन भी शासन के गाइड लाइन का इंतजार कर रहा है।

जू के दीदार का विजिटर्स को इंतजार

मसूरी रोड पर स्थित दून जू दून का सबसे ज्यादा पसंदीदा पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है। यहां हर माह आने वाले विजिटर्स से 2-3 लाख की कमाई जू प्रशासन कर लेता है। लेकिन इस वर्ष पीक सीजन में जू नहीं खुल पाया है। जू प्रशासन को दावा है कि यह पहला मौका है, जब जू के अस्तित्व में आने के बाद इतने दिनों के लिए विजिटर्स के लिए कभी बंद नहीं हुआ होगा। जू प्रशासन के मुताबिक इस सीजन में जू को करीब 1.5 करोड़ रुपए से अधिक घाटे का अनुमान है। जू के आरओ ने बताया है कि इस बार जू को काफी घाटा उठाना पड़ा है। बताया गया है कि जू प्रशासन के सामने तो जानवरों के खाने-पीने जैसी सामग्रियों का संकट गहरा गया है। इसके लिए प्रशासन को काफी पसीना बहाना पड़ रहा है।

जू को करीब 1.5 करोड़ का घाटा

दून जू में स्नैक बाड़े, कैक्टस गार्डन, मगरमच्छों के अलावा विजिटर्स के लिए तमाम प्रकार के ब‌र्ड्स, राजा व रानी गुलदार पसंदीदा हैं। जबकि यहां एडवेंचर की एक्टिविटीज भी खूब पसंद किए जाते हैं। बाहर से आने वाले पर्यटकों, लोकल विजिटर्स व स्टूडेंट्स के लिए दून खूब पसंद किया जाता है। जिसके लिए लोग खूब छटपटा रहे हैं। जू प्रशासन का कहना है कि लोग जू खुलने के लिए इंतजार के लिए रात में भी फोन कर रहे हैं।

एफआरआई में भी 5 माह से सन्नाटा

हरी-भरी ग्रीनरी के बीच फुल इंज्वॉय का फेमस टूरिस्ट डेस्टीनेशन एफआरआई भी बीती 18 मार्च से टूरिस्ट के लिए पूरी तरह बंद है। बताया गया है कि यहां भी करीब 10 लाख रुपए तक का घाटा एफआरआई को उठाना पड़ा है। इसके बावजूद भी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि एफआरआई लोकल व बाहर से आने वाले विजिटर्स के लिए खुल पाएगा या नहीं। सबकी निगाहें जिला प्रशासन पर टिकी हुई हैं। एफआरआई फिल्म की शूटिंग के लिए प्रमुख डेस्टीनेशन रहा है। कई रीजनल व बालीवुड की फिल्मों की यहां शूटिंग हो चुकी हैं। हाल में सीएम ऑफिस से शूटिंग के लिए फोन तक आए, एफआरआई प्रशासन की ओर से मनाही कर दी गई। एफआरआई के पीएलओ डा। केपी सिंह ने कहा फिलहाल एफआरआई के खुलने के आसार कम हैं।

लच्छीवाला भी लॉकडाउन

हरिद्वार रोड स्थित डोईवाला में स्थित वन विभाग का लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट टूरिस्ट की खूब पसंद रहा है। यहां भी हर वर्ष भी हजारों की संख्या में विजिटर्स पहुंचा करते हैं। लेकिन मार्च से लेकर अब तक लच्छीवाला भी बंद है। मई-जून की तपिश में यहां ठंडे पानी में नहाने का टूरिस्ट खूब आनंद उठाया करते हैं।

लच्छीवाला व सहस्त्रधारा में आवाजाही मात्र

अनलॉक 3.0 शुरु होने के बाद प्रशासन ने लोकल व बाहर के टूरिस्ट की एंट्री तो खोल दी, लेकिन इन टूरिस्ट स्पॉट्स में नहाने पर अब भी पाबंदी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दूसरे इलाकों से आने वाले टूरिस्ट को 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी जरूर होगी। लेकिन ये दोनों टूरिस्ट स्पॉट्स फिलहाल औपचारिकता मात्र के लिए खुले हुए माने जा रहे हैं। लच्छीवाला रेंज के एसडीओ के मुताबिक फिलहाल लच्छीवाला को प्रशासन की ओर से खुलने के कोई दिशा-निर्देश नहीं मिल पाए हैं।