देहरादून: मर्डर, अपहरण, फिरौती जैसे अपराधों में वांछित उत्तराखंड का इनामी बदमाश कुलदीप सिंह उर्फ केडी शनिवार रात बिजनौर में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गया। बावजूद इसके वह मौके से फरार होने में कामयाब रहा। बताया जा रहा है कि केडी के पैर में गोली लगी है। उसके साथ दो से तीन अन्य बदमाश भी हैं। उन्हें पकड़ने के लिए एसटीएफ और बिजनौर पुलिस ने क्षेत्र में नाकेबंदी कर दी है। बदमाशों को पकड़ने के लिए कांबिंग की जा रही है।

आरोपी पर 10 केस हैं दर्ज

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) अजय सिंह ने बताया कि बाजपुर, ऊधमसिंह नगर के रहने वाले केडी के खिलाफ ट्रिपल मर्डर, अपहरण, फिरौती, आ‌र्म्स एक्ट के 10 मुकदमे दर्ज हैं। उसपर 20 हजार का इनाम भी घोषित है। काफी समय से एसटीएफ उसकी तलाश कर रही थी। शनिवार को सूचना मिली कि केडी बिजनौर के चांदपुर क्षेत्र में एक डेरे में छिपा हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम चांदपुर भेजी गई। शाम करीब साढ़े सात बजे टीम ने डेरे की घेराबंदी कर दी। इसकी भनक लगते ही केडी ने अपने साथियों के साथ टीम पर हमला कर दिया और फाय¨रग करते हुए एक कार में सवार होकर भाग निकला। एसटीएफ ने कार का पीछा किया। इस दौरान भी केडी फाय¨रग करता रहा। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाईं। इस दौरान एक गोली केडी के पैर में भी लगी। करीब पांच-छह किलोमीटर जाने के बाद केडी व उसके साथियों ने कार छोड़ी और गन्ने के खेतों में छिपकर फरार हो गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चल रहा है। इसके लिए बिजनौर पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है।

2012 में पेरोल पर छूटने के बाद से फरार है केडी

वर्ष 2012 में काशीपुर में तिहरा हत्याकांड हुआ था। इसमें केडी का नाम सामने आया था। इस हत्याकांड में उसके खिलाफ नवंबर 2012 में मुकदमा दर्ज हुआ। कुछ समय बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया, लेकिन उसी वर्ष पेरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया। इसके बाद 15 मार्च 2020 को ऊधमसिंह नगर के पुलबट्टा थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने केडी को पकड़ने की कोशिश की, मगर वह बैरियर तोड़कर भाग निकला। इस दौरान उसने पुलिसकर्मियों के ऊपर वाहन चढ़ाने का प्रयास भी किया। तबसे पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।