स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर हटी स्टोर इंचार्ज, कई पर दोबारा बैठी जांच

2015 मे खरीदी जानी थी साडि़यां

580 रुपये की दर से खरीदी गई थी साडि़यां

11,695 साडि़यां खरीदी गई थी विभाग द्वारा

67 लाख में हुई थी खरीदारी

100 रुपए मार्केट में थी साडि़यों की कीमत

DEHRADUN: सूबे में घोटालों के लिए सबसे कुख्यात स्वास्थ्य विभाग में एक और जांच शुरू हो गई है। नई खबर ये है कि महकमे में हुए साड़ी घोटाले में एक अधिकारी पर कार्रवाई हो गई है। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री ने तत्काल प्रभाव से जेडी स्टोर मंजू जैन को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश जारी किए हैं। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दोबारा जांच के निर्देश दिए जाने के बाद अब कई बड़े अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं, जिनपर भी कार्रवाई की तलवार लटकना तय माना जा रहा है।

दो साल पहले का मामला

करीब दो साल पहले आशा कार्यकर्ताओं की साड़ी खरीद में घोटाले के मामले में देर से ही सही कार्रवाई शुरू हो गई है। मंगलवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कुछ डॉक्यूमेंट्स के आधार पर मामले में दोबारा जांच के आदेश दे दिए है इसके साथ ही प्रथमदृष्टया प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर मंत्री ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात जेडी स्टोर डा। मंजू जैन को तत्काल पद से हटाने के लिए निर्देश दे दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि जांच किसी तरीके से प्रभावित न हो इसलिए उन्हें हटाया गया है।

क्या था मामला

वर्ष ख्0क्भ् मे स्वास्थ्य विभाग ने आशाओं के लिए भ्80 रुपये की दर से क्क्,म्9भ् साडि़यां खरीदी थीं। जिनके लिए एनएचएम ने मूल्य निर्धारण करने के साथ ही क्रय नीति के अनुसार खरीदे जाने के निर्देश दिए थे। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के भंडारण अनुभाग ने क्रय नीति को ताक पर रखकर साडि़यां खरीद लीं। अधिकारियों ने क्रय नीति के अनुसार मार्केट सर्वे तक नहीं किया। जबकि, विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई सूचना कुछ और ही बयां कर रही है। इसमें साफ दर्शाया गया है कि साड़ी खरीद में मार्केट सर्वे नहीं हुआ।

घटिया साडि़यों ने कराई फजीहत

यूनीफार्म के नाम पर आशा कार्यकर्ताओं के लिए खरीदी गई ये साडि़यां एक बार धोने पर ही खराब होने लगी थीं। जिसके बाद कई आशाओं ने इन्हें पहनने तक से मना कर दिया था। यह साडि़यां बाजार मूल्य से कहीं अधिक दाम पर खरीदी गई थीं। स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच कराने की बात कही थी। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री के पास गोपनीय तरीके से मामले में जुड़े कुछ अहम दस्तावेज पहुंचे। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए।

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मामले में पहले भी जांच के आदेश दिए गए थे। मंगलवार को मेरे पास कुछ दस्तावेज पहुंचे। मैंने मामले में दोबार जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच प्रभावित न हो इसके लिए कुछ अधिकारियों को अटैच भी किया गया है।

सुरेंद्र सिंह नेगी, स्वास्थ्य मंत्री उत्तखंड