स्कूल्स में होगी वर्कशॉप
मनचलों को सबक सिखाने के साथ-साथ अब वुमैन प्रोटेक्शन सेल स्कूल्स में स्टूडेंट्स को ड्रेसिंग सेंस का पाठ भी पढ़ाएगी। इतना ही नहीं लव रिलेशन के साइड इफेक्ट को लेकर भी यूथ को अवेयर किया जाएगा। इस स्टेप को उठाने के पीछे सेल का मोटिव सिटी में बढ़ते छेड़छाड़ के मामलों पर लगाम लगाने का है। गांधी पार्क, परेड ग्राउंड, पल्टन बाजार, एमकेपी, भंडारी बाग सहित कई ऐसे सेंसेटिव एरिया हैं जहां पर गल्र्स व लेडीज के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं। सेल के पास हर दिन ईव टीजिंग का शिकार गल्र्स की तीन से चार कॉल आती हैं।

क्लास सिक्स से वर्कशॉप
वुमैन प्रोटेक्शन सेल के द्वारा सिटी के स्कूल्स में वर्कशॉप करने की प्लॉनिंग है। क्लास सिक्थ से लेकर 12 वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। सेल की टीम के द्वारा गल्र्स और ब्वॉयज दोनों को ड्रेसिंग सेंस के बारे में अवेयर किया जाएगा। सेल का मानना है कि आजकल बच्चों की ड्रेसेज काफी अटपटी हो गई हैं। घर और बाहर के अलावा स्कूलों में भी स्टूडेंट््स का लुक और ड्रेसिंग स्टाइल सही नहीं है। इसे सुधारने के लिए वर्कशॉप की जाएंगी।
प्यार के साइड इफेक्ट
वुमैन प्रोटेक्शन सेल की इंचार्ज ममता गोला के अनुसार अक्सर स्कूल गोइंग एज में बच्चों को फ्रेंडशिप व लवरशिप के सही मायने पता नहीं होते हैं। ऐसे में वो ऐसी नादानियां कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें पूरी लाइफ भुगतना पड़ता है। वुमैन प्रोटेक्शन सेल का मोटिव वर्कशॉप के जरिए बच्चों व यूथ को कानून की सही जानकारी देना भी है। ताकि उन्हें क्राइम के रास्ते पर जाने से रोका जा सके।

गल्र्स भी जिम्मेदार
देहरादून अल्ट्रा मॉड सिटी तो नहीं है, लेकिन फैशन के मामले में यह किसी अल्ट्रा मॉड सिटी से कम भी नहीं है। यहां की गल्र्स अपने ड्रेसिंग सेंस में बिंदास हैं। हालांकि कई बार ऐसे भी मामले वुमैन प्रोटेक्शन को मिले हैं जिनमें यह देखा गया है कि गल्र्स की ड्रेसिंग सेंस के कारण उन्हें ईव टीजिंग का शिकार होना पड़ा है। ऐसे में टीन एज गल्र्स को वर्कशॉप के जरिए सही चीजों की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए एक्सपट्र्स की भी मदद ली जाएगी।

सिटी के सेंसेटिव एरिया
सिटी में वैसे तो ईव टीसिंग के लिए कई एरिया बदनाम है, लेकिन इनमें गांधी पार्क, परेड ग्राउंड, पल्टन बाजार, एमकेपी, भंडारी बाग, करनपुर रोड, आईटी पार्क, एमडीडीए पार्क, गुच्चु पानी बदनाम होते जा रहे हैं। पुलिस और वुमैन प्रोटेक्श्न सेल द्वारा इन एरिया में लगातार अभियान भी चलाया जाता है।  
इन नंबर्स करें कॉल
अगर कोई गर्ल ईव टीसिंग से परेशान है या मोबाइल पर उसे तंग किया जा रहा है तो वह इन नंबर्स पर कॉल कर मदद मांग सकती हैं। 9761002244, 100, 1090, 1098

जल्द ही वुमैन प्रोटेक्शन सेल स्कूल्स में वर्कशॉप का आयोजन करने जा रही है। वर्कशॉप के जरिए स्कूलों में गल्र्स व ब्वॉयज दोनों को ही ड्रेसिंग सेंस का पाठ पढ़ाया जाएगा। कई बार फ्रेंड्सशिप व लवरशिप में बच्चे और यूथ ऐसे क्राइम कर बैठते हैं जिनके बारे में उन्हें कोई नॉलेज तक नहीं होती है। इससे उनका फ्यूचर बर्बाद हो जाता है। बच्चों को इससे बचाने के लिए यह प्लॉनिंग की गई है। स्कूलों के प्रिंसीपल से डिसकशन कर वर्कशॉप स्टार्ट की जाएंगी।
ममता गोला, इंचार्ज, वुमैन प्रोटेक्शन सेल