रिवरेन पब्लिक स्कूल में सीवर के पानी से छात्र परेशान

स्कूल में छोटे बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित, नहीं हो रही सुनवाई

DEHRADUN: एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में स्वच्छता मिशन के माध्यम से गंदगी के खिलाफ जागरूक हर तरफ साफ सफाई का संदेश दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी में बरसात के दिनों में साफ सफाई न होने से घरों और स्कूलों में गंदा पानी भरने से जीना मुहाल हो गया है।

बाह्मणवाला में है स्कूल

ऐसा ही कुछ हाल बाह्मणवाला के रिवरेन पब्लिक स्कूल का है। जहां गंदा नालियों से होकर स्कूल में पहुंच रहा है। इतना ही नहीं आस पड़ोस में बिछे पाइप से सीवेज का पानी क्लासरूम में पहुंच रहा है। जिससे क्लासरूम में पढ़ाई तो दूर वहां खड़ा भी नहीं रहा जा रहा है। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। और स्कूल प्रबंधन को मजबूरन छोटे बच्चों की छुट्टी करनी पड़ रही है।

स्कूल में पढ़ रहे 800 बच्चे

स्कूल के आसपास फैली गंदगी और क्लासरूम में सीवेज के पानी आने से स्कूल प्रबंधन स्कूल में पढ़ रहे तकरीबन 800 बच्चों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ने का डर लगा हुआ है। दरअसल शहर में फैले डेंगू जैसी बिमारियों से भी बच्चों को बचाने के लिए साफ सफाई नहीं हो रही है। जिससे बचने के लिए फिलहाल स्कूल प्रबंधन ने छोटे बच्चों की छुट्टी कर क्लासरूम को भी दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है।

नालियों के टूटे हैं पाइप

स्कूल प्रबंधन बार बार इस समस्या को सुलझाने की कोशिश अपने स्तर से कर रहा है। लेकिन आस पास के लोगों और नहीं किसी जन प्रतिनिधियों की और से सुनवाई हो रही है। स्कूल प्रबंधन के लिए सबसे बड़ी मुश्किल क्लासरूम में आ रहा सीवेज का पानी है। जिस वजह से क्लासरूम के आस पास खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा है। दरअसल क्लासरूम की दीवार से पीछे से पड़ोस में रहने वाले परिवारों के नाले और सीवेज का पाइप डाल रखा है। जिनसे गंदा पानी निकलकर नाले में जा रहा है। और वहीं गंदा पानी रिसकर स्कूल की क्लासरूम में पहुंच रहा है। जिससे आसपास बदबू फैल रही है।

जन प्रतिनिधि नहीं लेते सुध

स्कूल प्रबंधन का कहना है कि जनप्रतिनिधियों से शिकायत करके भी कुछ फायदा नहीं होता है। कई बार समस्या को जनप्रतिनिधियों के सामने रखने के बाद भी सुनवाई नहीं होती है। ऐसे में जनप्रतिनिधियों से भी ज्यादा उम्मीद नहीं है।

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हम अपनी समस्या को लेकर किस के पास जाएं। क्लासरूम में सीवेज का पानी आने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। मजबूरन हमें छोटे बच्चों की छुट्टी करनी पड़ रही है।

मयंक शर्मा प्रबंधक रिवरेन पब्लिक स्कूल