-घंटों इंतजार के बाद भी नहीं मिल रही बसें

-पैसेंजर के लिए दुरुस्त नहीं व्यवस्था

देहरादून। अलग-अलग राज्यों से पहाड़ों की रानी मसूरी का दीदार करने पहुंचे लोगों को इन दिनों जद्दोजहद करनी पड़ रही है। मसूरी जाने के लिए यह बस स्टैंड पहुंच तो जाते हैं, लेकिन यहां इन्हें समय पर बस नहीं मिल रही है। इसके लिए इन्हें घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। अब जब पर्यटन सीजन शुरू होने को है तो बदहाल व्यवस्था के बीच पैसेंजर कैसे इन बसों से सफर करेंगे। मसूरी जाने के लिए बड़ी संख्या में पैसेंजर्स बस का यूज करते हैं। रोडवेज कर्मचारियों से जब इसका कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि कई बसें डिपो में रिपेयर होने के लिए खड़ी है। इसके अलावा कई नए रूट शुरू किए गए हैं, जिससे बसों की कमी हो गई है।

38 में से 22 बसों का हो रहा संचालन

कोरोना संक्रमण से पहले मसूरी (पर्वतीय डिपो) बस अड्डे से 38 बसें रवाना होती थी। जबकि इन दिनों केवल 22 बसों का ही संचालन हो पा रहा है। सुबह 6 से लेकर दोपहर 3 बजे तक मसूरी जाने वाले सबसे ज्यादा पैसेंजर होते हैं। जबकि इस दौरान बसों की फ्रीक्वेंसी ज्यादा होनी चाहिए।

पैसेंजर के लिए टॉयलेट तक की फैसिल्टिी नहीं

मसूरी बस अड्डे में पैसेंजर्स के लिए टॉयलेट जैसी बेसिक फैसिलिटीज भी नहीं हैं। यहां के टॉयलेट बहुत पुराने और खराब हैं। यहां न पानी की व्यवस्था है, न ही टॉयलेट के दरवाजों में कुंडी। यहां बने बाथरूम का बदबूदार पानी सड़कों पर बह रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी महिला पैसेंजर्स को होती है।

कई बसें डिपो में खड़ी हैं खराब

मसूरी बस अड्डे से संचालित होने वाली पर्वतीय डिपो की कई बसें इन दिनों हरिद्वार स्थित डिपो में खड़ी है। इन बसों में तकनीकी दिक्कत बताई गई है। पर्वतीय डिपो के फोरमैन के अनुसार इन बसों के पुर्जे डिमांड के लिए भेजे गए हैं। ऑर्डर की सप्लाई पूरा होने पर इन बसों को ठीक कर दिया जाएगा।

नहीं बन पा रहा स्मार्ट बस स्टैंड

स्मार्ट सिटी में पर्यटन स्थल के बस अड्डे की हालत खस्ता है। ग्रामीण इलाकों में संचालित हो रहे बस अड्डों सहित दून का मसूरी बस अड्डा भी बदहाल स्थिति में है।

वेटिंग रूम भी बदहाल

-टूटे स्विच बोर्ड

-खराब पंखे

-टूटीं चेयर्स

-बदहाल टॉयलेट

बस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यहां समय से बस नहीं मिल रही है। इस पर यहां कोई स्टाफ भी नहीं है जो हमें बताए कि बस कब मिलेगी। काफी देर तक लाइन में लगने के बाद पता चला कि टिकट बस में ही मिलेगी।

सूरत सिंह, पैसेंजर

यहां महिलाओं के लिए टॉयलेट की प्रॉपर व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में ज्यादा देर तक बसों का इंतजार करने पर कहां जाएं। बसों के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। बस कब जाएगी यह पता भी नहीं है।

बसंती देवी, पैसेंजर

हम मथुरा से यहां घूमने आए हैं। लेकिन सुबह से इंतजार करने के बाद बस नहीं मिल रही है। अब यहां ऐसी स्थिति है कि घंटों इंतजार करने के बाद भी बस की कोई इन्फॉर्मेशन नहीं मिली है।

पंकज सिंह, पैसेंजर

हम ट्रेन से देहरादून पहुंचे हैं। लेकिन यहां से मसूरी के लिए बस नहीं मिल पा रही है। घंटों से इंतजार कर रहे हैं। अब तो हर जगह सुविधा हाईट्रेक होना चाहिए। जबकि यहां के हालत बहुत ही खराब हैं।

डॉली, पैसेंजर

बसों को समय-समय पर ठीक करा कर रवाना किया जा रहा है। लेकिन इस बीच कई बसें रुकी हैं, तो इसे दिखवाया जाएगा। साथ ही यहां पर स्टाफ की क्या परेशानी है, इसकी भी जांच कराई जाएगी।

दीपक जैन, जीएम रोडवेज