- अभी भी है बजट की कमी, डेढ़ दर्जन सड़कें लटकीं अधर में

- बजट की कमी से कई पेयजल योजनाओं का काम नहीं हुआ पूरा

- स्थानीय लोगों को अधूरे कार्यो के चलते हो रही परेशानी

HARIDWAR: चालू वित्तीय वर्ष में हरिद्वार जिले में विकास योजनाओं पर सरकारी विभागों ने म्क्0 करोड़ की रकम खर्च की, लेकिन जिले की तस्वीर फिर भी नहीं बदली। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में करीब डेढ़ दर्जन सड़कें अधूरी पड़ी हैं, तो पीने के पानी की कई बड़ी योजनाएं अभी भी अधर में लटकी हुई हैं। योजनाओं के समय से पूरा न होने के कारण आम लोगों को बुनियादी जरूरतों के लिए परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।

किन मदों में कितना बजट मिला

हरिद्वार जिले को चार अलग-अलग मदों से विकास कार्यो के लिए मोटा बजट मिला था। जिला प्लान से विकास योजनाओं के लिए भ्7.ख्भ् करोड़ के प्रस्ताव बनाए गए थे, जिसमें से जिले को ब्7.क्भ् करोड़ की धनराशि आवंटित हुई। राज्य योजना से म्ख्भ्.ख्क् करोड़ रुपए के कामों का प्रस्ताव भेजा गया, जिसमें से फ्क्भ्.ख्0 करोड़ रुपए के कामों को हरी झंडी मिली। इसमें से ख्70.ब्म् करोड़ रुपए खर्च भी हो चुके हैं। केंद्र पोषित योजनाओं से म्07.भ्8 करोड़ रुपए के कार्यों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया, जिसमें से फ्9ब्.0भ् करोड़ रुपए के कामों को वित्तीय स्वीकृति मिली, इसमें से ख्9म्.फ्भ् करोड़ खर्च हो चुके हैं। बाह्य सहायतित योजनाओं से भी जनपद को दस करोड़ रुपए मिले, जो खर्च हो चुके हैं।

अधूरे हैं कई प्रोजेक्ट्स

इस बजट से सड़क, पानी, शिक्षा समेत विकास से जुड़े अन्य परियोजनाओं पर धन खर्च किया जाना था, बजट खर्च भी हुआ, लेकिन हालात ज्यादा बेहतर नहीं हो पाए। बहादराबाद, खानपुर, लक्सर में पेयजल की आधा दर्जन परियोजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। इन क्षेत्रों में सड़क परियोजनाओं के डेढ़ दर्जन प्रोजेक्ट अधूरे हैं, जिनका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

कहां कितना बजट (करोड़ रुपए में)

सेक्टर अनुमोदित परिव्यय अवमुक्त बजट खर्च

जिला प्लान भ्7.ख्भ् ब्7.क्भ् ब्ख्.7म्

राज्य सैक्टर म्ख्भ्.ख्क् फ्क्भ्.ख्0 ख्70.ब्म्

केंद्र पोषित म्07.भ्8 फ्9ब्.0भ् ख्9म्.फ्भ्

बाह्य सहायतित क्भ्फ्.80 क्0.8क् क्0.00

यह पेयजल योजनाएं हैं अधूरी

मडावर, बहबलपुर हंसुवाला, गंगदासपुर, बिनारसी, हुसैनपुर, लाठरदेवा शेख, सकोती व मोहितपुर प¨म्पग पेयजल योजना। बजट की कमी के चलते यह योजनाएं नहीं बन पाईं।

यह सड़कें हैं अधूरी

अकबरपुर ¨सकरोडा से नागला, हल्लू माजरा धीरमाजर से चंगा माजरी दरिया, रुड़की लक्सर रोड से कुटी कुआंखेड़ा व भगवानपुर क्रशर खानपुर से खजूरी तक की सड़कें अधूरी हैं। वहीं रुड़की लक्सर रोड से कुटी कुआंखेड़ा तक की चार किलोमीटर लम्बी सड़क का महज एक किलोमीटर हिस्सा अभी अधूरा पड़ा है। जबकि फेरूपुर रामखेड़ा से चांदपुर : लम्बाई ख्.ख्0 किमी व शेरपुर से आलमपुर : लम्बाई फ्.ख्0 किमी सड़कें बेहद बदहाल हैं।

जिले को मिले बजट से कराए गए कार्यों के संबंध में विभागों से रिपोर्ट मांगी गई है। सड़क, पेयजल की जो परियोजनाएं अधूरी हैं या लागत बढ़ जाने से बाधित हो रही हैं उनकी भी समीक्षा की जा रही है।

सोनिका, सीडीओ, हरिद्वार