-नगर निगम के सोलर उर्जा प्लांट प्रोजेक्ट ने पकड़ी रफ्तार

-नगर निगम ने उरेडा को सौंपी डीपीआर तैयार कराने की जिम्मेदारी

-पांच जगहों पर 16 हेक्टेयर में लगाया जाएगा सोलर प्लांट

>DEHRADUN: दून के दुर्गम इलाकों में आठ हजार से ज्यादा घर नगर निगम के सोलर उर्जा से जगमगाएंगे। इसके अलावा स्ट्रीट लाइटों के लिए भी नगर निगम अपनी इस बिजली का उपयोग करेगी। यह प्लांट पांच जगहों पर लगाए जाएंगे, जिसके लिए करीब क्म् हेक्टेयर जमीन का उपयोग किया जाना है। उरेडा ने इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए कुछ कंपनियों की सूची तैयार की है, जिसे नगर निगम को सौंप दिया गया है। प्रोजेक्ट सफल हुआ तो भविष्य में इस तरह के और भी प्लांट लगाए जाने की तैयारी है।

यहां लगने हैं सोलर प्लांट

नगर निगम ने ग्राम जाखन में चार हेक्टेयर, ग्राम धोरणखास में दो हेक्टेयर, ग्राम ब्राह्माणवाला में करीब साढे़ तीन हेक्टेयर, ग्राम कारगी में डेढ़ हेक्टेयर, ग्राम शंकरपुर हुकुमतपुर में साढे़ छह हेक्टेयर जमीन में सोलर प्लांट बनने हैं। इन सभी जगहों पर क्म्.9ब्भ् हेक्टेयर में नौ मेगावाट के सोलर प्लांट बनने हैं।

करीब 8000 घरों को िमलेगी बिजली

एक छोटे घर की बात करें तो एक किलोवॉट से डेढ़ किलोवॉट बिजली का लोड रहता है। ऐसे में यह प्लांट आठ हजार से अधिक घरों को रोशन कर सकता है। एक मेगावॉट में एक हजार किलोवॉट होते हैं। ऐसे में यह प्लांट नौ हजार किलोवॉट के हैं। जिससे घरों के साथ-साथ उस क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट से रात के समय सड़कें भी रोशन होंगी।

डीपीआर पर शुरू किया काम

नगर निगम ने उरेडा से इस प्लांट पर आने वाले खर्च के लिए डीपीआर तैयार करने को पत्र लिखा था। उरेडा ने इस प्लांट का डीपीआर तैयार करने के लिए कुछ फर्मो की सूची तैयार की है। इनमें से ही एक फर्म को डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी जानी है। उरेडा ने नगर निगम को सूची भेजकर एक फर्म का चयन करने को कहा है, ताकि डीपीआर तैयार हो सके।

बिजली बेचकर आय बढ़ाएगा निगम

जहां नगर निगम का यह प्रोजेक्ट सिटी में बिजली की कमी को कुछ हद तक दूर करेगा। वहीं इस प्लांट में बनने वाली बिजली को नगर निगम बेचकर अपनी आय भी बढ़ाएगा। हालांकि इसकी दर उरेडा और अन्य संबंधित विभागों के साथ मिलकर ही तय होगी। इसके साथ ही यह प्लांट ग्रीन एनर्जी का एक अच्छा उदाहरण भी साबित होगा।

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उरेडा के माध्यम से सोलर प्लांट पर काम होना है। शीघ्र ही डीपीआर तैयार करने वाली फर्म का चयन होगा और उसे जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसके बाद ही आगे काम बढे़गा। खर्च का अंदाजा भी डीपीआर बनने के बाद ही पता चलेगा। यह सोलर प्लांट करीब नौ मेगावाट का होगा।

--नितिन भदोरिया, नगर आयुक्त, नगर निगम देहरादून