- सिटी के तीन एंट्री-एग्जिट प्वाइंट्स पर लगे हैं हाईटेक कैमरे

- वाहनों की नंबर प्लेट और फेस डिटेक्शन तकनीक से लैस हैं कैमरे

priyank.mohan@inext.co.in

DEHRADUN: राजधानी की सीमाओं पर लगे खुफिया कैमरे कई मामलों में कारगर साबित हो रहे हैं। सीमाओं पर लगे कैमरों से शहर में घुसने वाले वाहनों से लेकर संदिग्धों पर भी पुलिस की नजर बनी है। यह हाईटेक फेस एंड नंबर डिटेक्शन कैमरे कुछ समय पहले ही सिटी की एग्जिट और एंट्री प्वाइंट्स पर इंस्टॉल किए गए हैं। एसएसपी डा। सदानंद दाते ने बताया कि जिले के बॉर्डर पर लगे कैमरे आपराधिक घटनाओं में उपयोग में लाए गए वाहनों और बदमाशों की पहचान करने में काफी कारगर रहे हैं।

हजारों वाहनों की निगरानी

एक अनुमान के मुताबिक शहर में प्रतिदिन आने-जाने वाले वाहनों की संख्या ब्0 हजार तक है। इनमें बाइक, बस, ट्रक, जीप समेत सारे वाहने शामिल हैं। सिटी कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों की जिम्मेदारी निभा रही दरोगा अनुराधा डबराल बताती हैं कि शहर के एग्जिट और एंट्री वाले प्वाइंट्स पर कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे भी विशेष प्रकार हैं जो करीब आधा किलोमीटर की दूरी से ही वाहनों की नंबर प्लेट डिटेक्ट कर लेते हैं। इन्हीं कैमरों की मदद से पुलिस हर आने-जाने वालों पर नजर रखती है।

सिटी में भी लगे फ्फ् कैमरे

सिटी के चुनिंदा इलाकों में भी फ्फ् हाई डेफिनिशन कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं। ये कैमरे सिटी के अंदर ट्रैफिक व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए उपयोग में लाए जा रहे हैं। स्ट्रीट क्राइप पर भी नजर रखने के लिए ये कैमरे कारगर साबित हो रहे हैं। इन कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए आधा दर्जन से ज्यादा ऑपटरेटर्स ख्ब् घंटे कंट्रोल रूम में तैनात रहते हैं।

कुछ कैमरे चल रहे खराब

सिटी में कुछ कैमरे खराब भी बताए जा रहे हैं, हालांकि इन कैमरों के संबंध में पुलिस कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। सूत्रों के मुताबिक सिटी में लगाए गए तीन कैमरों में तकनीकि गड़बड़ बताई जा रही है, जिसके कारण वे काम नहीं कर पा रहे हैं।

कई मामलों में कारगर रहे कैमरे

सिटी में एक ही दिन सात ठगी के मामलों को अंजाम देने वाले फर्जी दरोगा वीके शर्मा व उसके बेटे को पुलिस ने इन खुफिया कैमरों के जरिए ही ट्रेस किया था, जिसके बाद फर्जी दरोगा के बेटे को पुलिस ने वारदात के अगले दिन ही आशारोड़ी चेक पोस्ट पर गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा घंटाघर में मई माह में सर्राफा व्यापारी और महिला के बीच हुई मारपीट में भी खुफिया कैमरों की मदद से ही हकीकत का पता चला था और सराफा व्यापारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। ऐसे ही अप्रैल महीने में पुलिस के एक सीओ के घर से कार चोरी के मामले में भी इन्हीं खुफिया कैमरों की मदद से महत्वपूर्ण इनपुट मिले थे, जिसके बाद पुलिस ने हरिद्वार से चोरी की कार बरामद की थी।

-------------

शहर में दाखिल होने वाले हर एक वाहन पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाती है। इन कैमरों की मदद से पुलिस को कई बार अहम जानकारियां हाथ लगती हैं।

डा। सदानंद दाते, एसएसपी देहरादून