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- रविवार को ही कैदियों ने भूख हड़ताल का बना लिया था मन

- भूख हड़ताल में चौदह साल से कम सजा वाले कैदी भी शामिल

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HARIDWAR: जेल में क्ब् साल की सजा काट चुके कैदियों की रिहाई की मांग तल्ख हो जा रही है। इसी का नतीजा रहा कि बरेली और आगरा सेंट्रल जेल के बाद हरिद्वार कारागार में बंद 90 कैदियों ने भी भूख हड़ताल शुरू कर दी। जबकि प्रशासन के नोटिस के बाद दस कैदी शाम तक अपने निर्णय से पीछे हट गए। भूख हड़ताल कर रहे बाकी 80 कैदियों में चौदह साल से कम की सजा काटने वाले भी शामिल हैं। इस घटना से शासन-प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं।

रविवार से ही चल रही थी सुगबुगाहट

चौदह साल की सजा काट चुके कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर रविवार से ही हरिद्वार जिला कारागार में विरोध की सुगबुगाहट चल रही थी। रविवार की रात भी बीस कैदियों ने काफी मानमनोव्वल के बाद भोजन लिया था। वर्तमान में यहां कैदियों की संख्या क्0ख्क् है, इनमें भ्0 कैदी चौदह साल की सजा काट चुके हैं।

कैदियों ने सुबह लिया था नाश्ता

हालात देख जेल प्रशासन बीते रोज से ही कैदियों को समझाने के प्रयास कर रहा था, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। यद्यपि जेल प्रशासन ने सुबह एक बारगी उस वक्त राहत की सांस जरूर ली, जब कैदियों ने रोज की तरह नाश्ता लिया। लेकिन उसके बाद कैदियों ने एक-एक करके जेल प्रशासन को भूख हड़ताल शुरू करने संबंधी पत्र सौंपने शुरू किये, दोपहर तक यह संख्या 90 पहुंच गई। यह देख जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों को नियमों का हवाला देकर भूख हड़ताल खत्म करने का नोटिस थमाया गया। नोटिस में कहा गया कि भूख हड़ताल करने की स्थिति में उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा। यही नहीं, इसके दंड स्वरूप उन्हें एक साल अतिरिक्त सजा भी काटनी पड़ेगी, लेकिन इस नोटिस का कोई खास असर कैदियों पर नहीं पड़ा। केवल छह कैदियों ने नोटिस के मद्देनजर भूख हड़ताल से खुद को अलग कर दिया। शाम तक चार और कैदी उनके साथ आए गए। यानि 90 में से दस ने खाना लेना शुरू कर दिया, बाकी 80 कैदी भोजन नहीं ले रहे हैं।

भूख हड़ताल करना है अपराध

जेल अधीक्षक एसके सुखीजा ने इन कैदियों के दोपहर का भोजन न खाने की पुष्टि की। अधीक्षक के अनुसार जेल में भूख हड़ताल करना अपराध की श्रेणी में आता है। आज के घटनाक्रम के संबंध में आला अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि भूख हड़ताल करने वालों में भ्0 कैदी क्ब् साल की सजा काट चुके हैं, जबकि बाकी फ्0 इससे कम सजा वाले शामिल हैं।

कैदियों के भूख हड़ताल करने की जानकारी मिली है। हर स्थिति पर नजरें रखी जा रही हैं। इस बाबत डीएम व जेल प्रशासन से समन्वय स्थापित किया गया है।

राजीव स्वरूप, एसएसपी