- साई के दर्शन से होता है अनिष्ट

- चीनी उत्पादों को छोड़कर स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का किया आह्वान

HARIDWAR: द्वारिका पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि सांई के दर्शन से अनिष्ट होता है। उन्होंने मध्य प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां लोग सांई को अधिक मानने लगे थे। इसलिए आज वहां अकाल के हालात हैं। उन्होंने कहा कि ¨हदू मंदिरों में साई की मूर्ति नहीं लगाई जानी चाहिए। ज्योतिष और द्वारिका पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर साई को लेकर विवादित बयान दिया।

महिलाओं को नहीं करने चाहिए शनि दर्शन

दो सप्ताह के लिए हरिद्वार प्रवास पर आए शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने शनिवार को शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने चीन और पाकिस्तान को भारत विरोधी बताते हुए चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने शनि शिंगणापुर मंदिर के मामले में मंदिर प्रबंधन की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने महिलाओं को प्रवेश की अनुमति अपने स्वार्थ के लिए दी है। पूछा कि यदि अनुमति देनी ही थी तो पहले क्यों नहीं दी। इतना विवाद क्यों किया गया। उन्होंने दोहराया कि सनातन परंपरा के अनुसार महिलाओं को शनि के दर्शन नहीं करने चाहिए। इससे अनष्टि होता है।