क्या कहते हैं पर्यावरणविद्

लगातार दो दिन मैक्सिमम टेंपरेचर का नया रिकॉर्ड बनने से पर्यावरणविद हैरान है। उत्तराखंड फॉरेस्ट्री एंड हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी में पर्यावरण विभाग के चीफ डॉ। एसपी सती कहते हैं कि थर्सडे को नया रिकॉर्ड बनना अचंभे वाली बात नहीं थी। 14 साल के बाद बने इस नए रिकॉर्ड में मात्र 0.1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई थी। लेकिन, फ्राइडे को एक बार फिर से 0.7 डिग्री सेल्सियस का उछाल आना बताता है कि देहरादून शहर क्लाइमेट चेंज कि ग्लोबल प्रक्त्रिया में काफी हद तक प्रभावित हो रहा है। वे कहते हैं कि आमतौर पर यह देखा जाता है कि नया रिकॉर्ड बनने के बाद अगले दिन टेंपरेचर डाउन होता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। यही स्थिति यही तो अगले दिनों में भी मैक्सिमम टेंपरेचर में और बढ़ोतरी होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

पिछला ऑल टाइम रिकॉर्ड -- 31.3 डिग्री सेल्सियस, 25 फरवरी, 2021

नया ऑल टाइम रिकॉर्ड -- 31.8 डिग्री सेल्सियस, 26 फरवरी, 2021