बीजेपी में कई नेता तलाश रहे संभावना, पर हाईकमान के कडे़ तेवर

-महाराज, हरक से लेकर मुन्ना सिंह चौहान तक को लेकर लग रही अटकलें

-मुन्ना पूर्व में खुद भी लडे़ थे और पत्नी को निर्दलीय चुनाव लड़वाया था

DEHRADUN: बीजेपी का हाईकमान इस वक्त सिर्फ और सिर्फ जिताऊ उम्मीदवारों का आंकलन कर रहा है। इसके बावजूद, दो-दो सीटों पर नजरें लगाए नेताओं को पार्टी से सख्त संदेश मिल रहा है। यह संदेश है कि किसी भी स्थिति में पति-पत्नी को दो-दो जगह से टिकट नहीं दिया जाएगा। हाईकमान के इशारे के बाद दावेदार अब इस उलझन में है कि वह किस तरह से अपनी बात सामने रखे।

कई नेताओं ने पाल रखे हैं सपने

बीजेपी में कई नेताओं ने ये सपने पाल रखे हैं कि वह खुद तो विधायक का चुनाव लडे़ ही, साथ में सियासत में सक्रिय उनकी पत्नी को भी टिकट मिल जाए। सतपाल महाराज, मुन्ना सिंह चौहान के बाद अब हरक सिंह रावत का नाम भी इस मामले में उछल रहा है। महाराज के खुद के चुनाव लड़ने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन वह अमृता रावत को भी चुनावी सियासत में सक्रिय रखना चाहते हैं। इस लिहाज से रामनगर, चौबट्टाखाल जैसी सीटों पर उनकी नजरें हैं।

मुन्ना अबकी क्या करेंगे, हैं नजर

मुन्ना सिंह चौहान एक बार ऐसा कर चुके हैं, जबकि वह खुद तो बीजेपी के टिकट पर विकासनगर से चुनाव मैदान में आए और उनकी पत्नी निर्दलीय बतौर चकराता से लड़ीं। अब भी विकासनगर और चकराता पर चौहान फैमिली की नजर है। अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि हरक सिंह रावत अपने लिए सीट फाइनल हो जाने के बाद अपनी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष पौड़ी दीप्ति रावत के लिए भी पौड़ी जिले में कोई सीट मांग सकते हैं।

-टिकट को लेकर चाहे जिस तरह की बातें कर ली जाए, लेकिन सच्चाई ये ही है कि पार्टी ने अभी एक भी सीट पर टिकट फाइनल नहीं किया है। हाईकमान वक्त आने पर इसका फैसला करेगा।

-विनय गोयल, प्रदेश प्रवक्ता, बीजेपी।