पूर्वाचल की ओर जाने वाली किसी भी टे्रंन में नहीं जगह

- लंबी वेटिंग होने से यात्री हो रहे परेशान

- तत्काल टिकट न मिलने पर हो रहे निराश

DEHRADUN: त्योहार शुरू होते ही ट्रेन्स में रिजर्वेशन को लेकर मारा-मारी मच गई है। स्थिति यह है कि लंबी दूरी की ट्रेन्स में एक भी सीट खाली नहीं है। यहां तक की इन टे्रंस में वेटिंग का आंकड़ा तीन सौ से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में दिवाली और छठ पर्व पर घर जाने वालों को टेंशन सता रही है कि उनका त्योहार कैसे मनेगा। वे कैसे घर जाएंगे। त्योहारी सीजन में बगैर स्पेशल ट्रेन चलाए यात्रियों को राहत मिलने वाली नहीं है। वहीं अभी तक रेलवे की ओर से त्योहारी सीजन में स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा तक नहीं की गई है।

टिकट को लेकर टेंशन में यात्री

पूर्वाचल की ओर जाने के लिए कुछ लिमिटेड ट्रेन्स ही हैं। वो भी सप्ताह में कुछ ही दिन। जो ट्रेन्स पूर्वाचल की ओर जाती हैं उनमें कई महीने पहले ही लोगों ने टिकट बुक कर लिया था। अब इन ट्रेन्स में लंबी वेटिंग है तो कुछ ट्रेन्स में नो रूम। त्योहार पर घर जाने वालों को यही चिंता सताए जा रही है कि अपनों से दूर कैसे त्योहार मनेगा। यदि किसी तरह से सफर का प्लान भी बनाते हैं तो बिना सीट के सफर मुश्किल भरा होगा।

शौचालय में कर रहे सफर

देहरादून और हरिद्वार के आस-पास अन्य क्षेत्रों में बड़ी तादाद में पूवरंचल के लोग रहते हैं। इनमें से अधिकांश दीपावली और महापर्व छठ पर अपने घरों को जाते हैं। इससे ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। मजबूरी में यात्रियों को जनरल और स्लीपर क्लास के डिब्बों के गेट और शौचालय के पास खड़े रहकर सफर करने को विवश होना पड़ रहा है। ट्रेनों में वर्तमान आरक्षण स्थिति पर गौर करें तो कुंभ, उपासना, जनता, दून सहित अन्य ट्रेनों में क्00 से लेकर फ्00 तक वे¨टग चल रही है। आरक्षण की आस में यात्री स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटरों पर लंबी लाइनों में लग रहे हैं, लेकिन निराशा ही हाथ लग रही है। गोरखपुर जाने वाली राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन में तो दिवाली से पहले ख्7 की डेट में वे¨टग भ्ख्भ् है। फ्0 अक्टूबर दीपावली पर ट्रेन में फ्क्9 वें¨टग है। उपासना एक्सप्रेस ट्रेन में दीपावली से एक दिन पहले फ्क्ख् वे¨टग है। ट्रेनों में भीड़भाड़ से निपटने को रेलवे प्रशासन की ओर से अब तक इन रूटों पर कोई स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा नहीं हुई है।

तत्काल टिकट को लेकर माथापच्ची

ट्रेनों में लंबी वेटिंग होने के कारण अब लोग तत्काल टिकट के लिए माथापच्ची कर रहें हैं। सुबह से लोग रिजर्वेशन काउंटर पर लाइन लगा कर टिकट कंफर्म मिलने की आस लगाए खड़े रहते हैं। लेकिन जब टिकट तत्काल में भी कंफर्म नहीं मिल रहा है तो निराश होकर ट्रेवल्स एजेंसी के चक्कर काट रहे हैं। जहां ट्रेवेल्स एजेंसी वाले जेब भी काटने में लगे हैं।

बस का ही सहारा

ट्रेनों में भीड़ बढ़ने के बाद अब यात्रियों को बस का सहारा है। लेकिन परिवहन विभाग की ओर से चलाई जाने वाली बसें लखनऊ और कानपुर तक ही हैं। उसके बाद बस बदले का झंझट भी लोगों के लिए टेंशन बना है। परिवार के साथ बस से सफर करना मुश्किल भरा होता है। जिससे लोग परेशान हैं। यहां तक परिवहन विभाग द्वारा इन रूट्स पर भी लिमिटेड बस ही चलाई जाती है, और इसमें भी भीड़ जबरदस्त हो रही है।

गाड़ी नाम वे¨टग की स्थिति

राप्ती गंगा एक्सप्रेस भ्ख्भ्

उपासना एक्सप्रेस फ्भ्ख्

दून एक्सप्रेस क्क्ख्

गंगनगर एक्सप्रेस क्ख्क्

हरिद्वार-हावड़ा एक्सप्रेस ख्ब्फ्

उत्कल एक्सप्रेस क्फ्7