- अ‌र्द्धकुंभ के लिए परिवहन निगम ने नहीं की बसों की व्यवस्था

- डिपो के पास रूटीन की 84 बसें, अधिकांश बसें हैं खटारा

HARIDWAR: अ‌र्द्धकुंभ के आगामी स्नानों के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम के हरिद्वार डिपो के अधिकारियों ने अभी तक बसों का कोई विशेष प्रबंध नहीं किया है। अधिकारी बेड़े में शामिल रूटीन के 8ब् बसों से ही श्रद्धालुओं को गंगा स्नान कराकर अपनी जिम्मेदारी का पूरा मान रहे हैं। हालांकि, एजीएम की मानें तो अतिरिक्त बसों की डिमांड की गई थी, लेकिन यह डिमांड अभी तक पूरी नहीं हुई है।

डिपो की अधिकांश बसें हैं खटारा

अप्रैल महीने में पड़ने वाले प्रमुख स्नानों को लेकर रेलवे भी अतिरिक्त ट्रेनों को चलाकर अपनी आय में इजाफा करने की तैयारी की है। समर स्पेशल ट्रेने भी इन्हीं दिनों में चलाई जा रही हैं। वहीं, हर की पैड़ी के आसपास के व्यापारी, फूलवाले, रेस्टोरेंट, जलपान गृह वाले सभी ने अपने स्तर से तैयारी कर श्रद्धालुओं की सेवा के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने की जुगत में लगे हुए हैं। मगर, हरिद्वार डिपो ऐसा कुछ भी नहीं कर रहा है जिससे लगे की अ‌र्द्धकुंभ उनके लिए भी कोई विशेष मायने रखता हो। हरिद्वार डिपो के बेड़े में कुल 8ब् बसें शामिल हैं। इनमें से अधिकांश खटारा हो चुकी हैं। इन बसों में सफर करना सिरदर्द लेने जैसा है। कई बसों की सीट उखड़ गई है तो कई के दरवाजे जर्जर हो चुके हैं।

हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं अधिकारी

देहरादून, ऋषिकेश आदि स्थानों की आवाजाही में ही यहां की बसों में सफर करने वाले यात्री बस की खड़खड़ाहट की आवाज से सिर पकड़कर बैठे रहते हैं। ऐसे में दूरदराज से आने वाले श्रद्धालु स्थानीय डिपो की बसों में कैसे सफर करेंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सात व आठ अप्रैल को स्नान का दिन करीब आ चुका है पर डिपो के जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। ऐसे में निगम को अतिरिक्त आय होने का तो सवाल ही नहीं उठता है। हांलाकि, हरिद्वार डिपो के एजीएम एसके चौहान बताते हैं कि अ‌र्द्धकुंभ मेले को देखते हुए उच्चाधिकारियों से अतिरिक्त बसों की डिमांड भेजी गई थी लेकिन, अब तक बसे नहीं मिली हैं। जैसे ही बस मिलेंगी उन्हें यात्रियों की सेवा में लगा दिया जाएगा।