-बीते दिनों आई तेज आंधी में चेस्ट वार्ड के बाहर गिरा था एक भारीभरकम पेड़

-दून हॉस्पिटल ने मांगी है तीन पेड़ काटने की अनुमति

DEHRADUN: राजकीय देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल परिसर में लगे पेड़ मरीजों और तीमारदारों के लिए खतरा बन गए हैं। नतीजा, चिकित्सा अधीक्षक की ओर से तीन पेड़ काटने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से लिखित में अनुमति मांगी है।

गिर चुका है यहां भारी पेड़

बीते दिनों में आई तेज आंधी की वजह से हॉस्पिटल परिसर में एक भारी-भरकम पेड़ गिर चुका है। यह पेड़ चेस्ट डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। रामेश्वर पाण्डेय के चैंबर के बाहर गिरा था। वह तो गनीमत रही कि पेड़ लोहे के हैवी जीने पर टिक गया। जीने पर कोई भी व्यक्ति मौजूदा नहीं था। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।

सिर्फ पेड़ छांटने की है अनुमति

चिकित्सा अधीक्षक डॉ। केके टम्टा का कहना है कि परिसर के अंदर जो पेड़ हैं, उनकी नियमानुसार छटाई करने की ही अनुमति फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से मिली है। बिना लिखित अनुमति के कोई भी पेड़ नहीं काटा जा सकता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल तीन पेड़ों से खतरे की संभावना बनी हुई है। इसीलिए इन पेड़ों को काटे जाने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को आवेदन पत्र भिजवाया गया। अनुमति मिलते ही पेड़ों को कटवा दिया जाएगा।

वर्जन

तेज रफ्तार से आंधी आ रही हैं। पिछली आंधी में यहां एक पेड़ गिर भी चुका है। तीन पेड़ काटने की जरूरत है, जिसके लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को लिखा है।

डॉ। केके टम्टा, चिकित्सा अधीक्षक