देहरादून, ब्यूरो:
सोमवार को श्री गुरु राम विवि में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के दस विवि से विषय विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया। गुणवत्ता और नवोन्मेशी अनुसंधान शिक्षा में वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली की भूमिका विषय पर विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। विवि के मेडिकिल एंड हेल्थ साइंसेज सभागार में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि दुर्गेश पंत, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष केंद्रीय तकनीकी शब्दावली आयोग प्रो।गिरीश नाथ झा व विवि के कुलपति डा।यूएस रावत ने संयुक्त रूप से संगोष्टी का उद्घाटन किया।


गढ़वाली, कुमाउंनी, जौनसारी पर जोर
एसजीआरआर विवि के कुलपति डा। यूएस रावत ने विवि की ओर से लोकभाषाओं के संरक्षण व संवद्र्धन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जानकारी दी कि विवि में गढ़वाली व कुमाऊंनी भाषा में स्नातक व पीजी पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। प्रो। गिरीश नाथ झा ने उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए लोक भाषाओं के सरंक्षण व संवद्र्धन की बात जोर देकर कही। उन्होंने कहा कि गढ़वाली, कुमाऊंनी व जौनसारी भाषाओं के संरक्षण के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।