इस बार ज्यादा दबाव में उतरेंगे ऐरी, जंतवाल और त्रिपाठी

-तीनों नेता रह चुके हैं विधानसभा के पूर्व में सदस्य

-ऐरी यूपी से उत्तराखंड तक रह चुके हैं विधायक

DEHRADUN: यूकेडी की तिकड़ी यानी काशी सिंह ऐरी, नारायण सिंह जंतवाल और पुष्पेश त्रिपाठी पर एक बार फिर से सभी की निगाह है। तीनों नेताओं ने खुद भी चुनाव समर में उतरने का ऐलान कर दिया है। तीनों नेता पूर्व में विधानसभा का मुंह देख चुके हैं। जाहिर तौर पर चुनावी राजनीति को समझते हैं। ऐसे में इस बार यूकेडी का खाता खुलवाने से लेकर अच्छे परफॉरमेंस का दबाव भी इस तिकड़ी पर ही है।

अनुभव का लाभ मिलने की उम्मीद

काशी सिंह ऐरी यूपी से लेकर उत्तराखंड में चार बार विधायक रह चुके हैं। अपनी परंपरागत डीडीहाट सीट से चुनाव लडे़ंगे। नारायण सिंह जंतवाल भीमताल सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। एक बार पूर्व में विधायक रह चुके हैं। इसी तरफ, पुष्पेश त्रिपाठी द्वाराहाट सीट से मैदान में उतरेंगे, वे दो बार विधायक रह चुके हैं। तीनों नेताओं में समानता ये है कि तीनों विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा, पुष्पेश मौजूदा अध्यक्ष हैं, जबकि ऐरी और जंतवाल पूर्व में अध्यक्ष रह चुके हैं।

जो जीता, दल से होता गया दूर

पिछले दस साल में यूकेडी से जो जीता, उसने दल से दूरी बना ली। ख्007 में देवप्रयाग से दिवाकर भट्ट जीते, तो वह बीजेपी के पाले में चले गए। वहीं, ख्0क्ख् में यमुनोत्री से प्रीतम सिंह पंवार जीतने के बाद यूकेडी के नहीं रह गए।

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हम तीनों नेता ही चुनाव लडे़ंगे। हमने ऐलान कर दिया है। हमारे पास संसाधनों की कमी है, यह हम स्वीकार करते हैं, लेकिन उत्तराखंड का जनमानस हमें अपना आशीर्वाद देगा, ऐसी उम्मीद कर रहे हैं। न सिर्फ हम तीन, बल्कि बाकी दावेदारों से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।

-काशी सिंह ऐरी, वरिष्ठ नेता, यूकेडी।