देहरादून (ब्यूरो) क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के क्रिकेट ऑपरेशन हेड अमित पांडे के मुताबिक अंडर-15 वूमेंस वनडे ट्रॉफी की मेजबानी का जिम्मा बीसीसीआई ने उत्तराखंड को सौंपी थी। सत्र शुरू होने से पहले बीसीसीआई ने मैदानों की सूची सीएयू से मांगी, जिसमें राजीव गांधी स्टेडियम के साथ 4 ग्राउंड के नाम भेजे गए थे। जिसे देखते हुए बीसीसीआई ने सीएयू को 80 से ज्यादा मैचों की मेजबानी का जिम्मा दिया था। जिसमें 21 मैच अंडर-15 वूमेंस वनडे ट्रॉफी में खेले जाने थे। लेकिन, घरेलू सत्र शुरू होने पर राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम उपलब्ध न होने के कारण बीसीसीआई ने अंडर-15 वूमेंस वनडे ट्रॉफी की मेजबानी से हाथ खींच लिए हैं।

मिली थी 84 मैचों की मेजबानी
बीसीसीआई की ग्राउंड अप्रूवल टीम को दून में दूसरे ग्राउंड थी दिखाए गए, लेकिन, वे मानक पर खरे नहीं उतरे। जिसके बाद बीसीसीआई ने उत्तराखंड से मेजबानी हटा ली है। इस साल सीएयू को 84 मैचों की मेजबानी करनी थी। किसी भी टूर्नामेंट के आयोजन से प्रदेश को पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ, होटल, लॉजिस्टिक, मानव संसाधन को काम मिलता है। कहा कि यह पहली बार है कि मैदान नहीं होने के कारण सीएयू ने टूर्नामेंट कराने में असमर्थता जताई है।

राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम पर एक नजर
- स्टेट का पहला इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम।
- 2016-17 में करीब 253 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण
-इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी को दिया था लीज पर।
-लीज की अवधि 30 वर्ष की गई थी निर्धारित।
-लीज पर लेने के बाद कंपनी दिवालिया। सेवा शर्तों को पूरा नहीं किया।

अफगानिस्तान ने बनाया था होमग्राउंड
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने राजीव गांधी इंटरनेशल क्रिकेट स्टेडियम दून को वर्ष 2018 में होमग्राउंड के तौर पर था अपनाया। उस दौरान टी-20 के कई इंटरनेशनल क्रिकेट मैच हुए, दो-तीन वल्र्ड रिकॉर्ड भी इस ग्राउंड पर बने।

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