बार-बार बदली जा रही है विधायकों की लोकेशन

-फिलहाल मसूरी और आसपास ठहरे हैं कांग्रेस और पीडीएफ के विधायक

-फ्लोर टेस्ट के दिन सीधे सदन में ही लाए जाएंगे विधायक

देहरादून

कांग्रेस अपने और साथी पीडीएफ के कुछ विधायकों को फिर पिकनिक के नाम पर सुरक्षित स्थानों पर ले गई है। इन विधायकों की लोकेशन बार बार बदली जा रही है। शुक्रवार देर रात करीब एक बजे विधायकों को दून से मसूरी ले जाया गया। शुक्रवार रात विधायकों को मसूरी लाया गया और सुबह दूसरी लोकेशन पर शिफ्ट कर दिया गया। शनिवार रात इन विधायकों को मसूरी कैंप्टी फॉल से करीब दस किलोमीटर दूर दूसरे होटल में शिफ्ट कर दिया गया। कांग्रेस और पीडीएफ विधायकों को हरीश रावत के सबसे नजदीकी कांग्रेसी नेता रणजीत रावत के जिम्मे सौंपा गया है।

अलग-अलग ग्रुप में विधायक

कांग्रसी खेमे के विधायको को सेंध से बचाने के लिए मसूरी, कैम्पटी और टिहरी के होटलों में रखा गया है। विधायकों की पहली खेप शुक्रवार आधी रात में मसूरी पहुंची। इनमें पीडीएफ के प्रीतम सिंह पंवार, हरीश चंद्र दुर्गापाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, दिनेश धनै, राजकुमार, राजेंद्र सिंह भण्डारी, बिक्रमसिंह नेगी, हेमेश खर्कवाल, विजय पालसिंह सजवाण, मनोज तिवारी, ललित फस्र्वाण, सुंदरलाल मंदरवाल, हीरासिंह बिष्ट, मदनसिंह बिष्ट, गणेश गोदियाल, दिनेश अग्रवाल शामिल थे। इन सभी को कुलड़ी क्षेत्र के होटल ब्रेंटवुड में रखा गया। इनके साथ में पूर्व विधायक रणजीत रावत, हरीश धामी भी मसूरी पहुंचे। शनिवार सुबह पूर्व विधायक जोतसिंह गुनसोला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सतीश ढौंडियाल भी विधायकों को मिलने होटल ब्रेंटवुड पहुंचे।

शनिवार को बदली लोकेशन

शनिवार सुबह का नाश्ता करने के बाद सभी विधायक दो अलग अलग टोलियों में कैम्पटी फॉल और धनोल्टी की ओर रवाना हो गए। सूत्रों के अनुसार कुछ विधायक कैम्पटी के समीप जेडब्लू मैरिएट होटल और कुछ धनोल्टी, काणाताल और टिहरी भेज दिए गए। कुछ विधायकों के रात्रि विश्राम के लिए जेडबूल मैरिएट होटल आने की भी सूचना मिली।

दिग्गज भी मसूरी में !

खबर लिखे जाने तक सूचना मिली कि हरीश रावत, इंदिरा हृदयेश, नवप्रभात, प्रीतम सिंह और ममता राकेश भी देर रात मसूरी पहुंच सकते हैं। मसूरी पहुंचे पीडीएफ विधायक प्रीतम सिंह पंवार और दिनेश धनै ने बातचीत में बताया कि पीडीएफ और कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं और रहेंगे।

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बीएसपी के विधायक दूर क्यों?

अभी तक पीडीएफ और कांग्रेस के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रहे बीएसपी के दोनों विधायकों ने अचानक दूरी बना ली है। सरवत करीम अंसारी और हरीदास कांग्रेस और पीडीएफ विधायकों के साथ नहीं दिखे। पिछले कुछ दिनों से दोनों के बयानों से उनकी कांग्रेस से दूरियां साफ झलक रही थीं। हरीदास ने तो यहां तक कह दिया था कि उनका फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस का साथ देना तय नहीं है। हरीदास ने यह भी कहा था कि उनको मंत्री बनाने का वादा किया गया था।

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रेखा आर्य का किडनैप?

दो दिन से कांग्रेस विधायक रेखा आर्य अंडरग्राउंड हैं। उनसे किसी का संपर्क नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस के नेता शुक्रवार दोपहर से ही लगातार उनसे संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके मोबाइल बंद हैं। नैनीताल से कांग्रेस विधायक व प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष सरिता आर्य ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने रेखा आर्य को किडनैप कर रखा है।

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अंबिका और आजाद आएंगे

इस बीच फ्लोर टेस्ट के ऐन एक दिन पहले यानि 9 मई को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अंबिका सोनी और पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद दून पहुंच सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक फ्लोर टेस्ट से पहले सभी को सहेजने और बीएसपी-पीडीएफ विधायकों को सहेजने के लिए दोनों दिग्गज दून पहुंच रहे हैं।