- क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर राज्यपाल के पास पहुंच रहे हैं विधायक

- शुक्रवार को भाजपा, कांग्रेस व पीडीएफ के एक दर्जन से अधिक विधायक मिले राज्यपाल से

DEHRADUN: सूबे में सियासी उठापटक के बीच अब विधायकों को चुनाव की चिंता सताने लगी है। कई दिनों सूबे से बाहर सैर के बाद अब विधायक अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर सक्रिय हो गए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को बीजेपी के विधायकों ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर राज्यपाल डॉ.केके पाल से भेंट की। मुलाकात करने वालों में सल्ट विस क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र सिंह जीना, बागेश्वर के विधायक चंदन रामदास, लोहाघाट के विधायक पूरन सिंह फत्र्याल, नानकमत्ता के विधायक डॉ। प्रेम सिंह ने राज्यपाल से भेंट कर क्षेत्रों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। इसी प्रकार पौड़ी से सुंदर लाल मंद्रवाल, काशीपुर से हरभजन सिंह चीमा, डीडीहाट से विशन सिंह चुफाल ने भी राज्यपाल के समक्ष अपने क्षेत्र की जन समस्यायें रखकर उनके निराकरण का अनुरोध किया।

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पूर्व शिक्षा मंत्री को स्कूलों की फिक्र

विधायकों के राज्यपाल से मिलने के क्रम में शुक्रवार को राजभवन में कांग्रेस व पीडीएफ के छह विधायकों ने भी राज्यपाल से मुलाकात की। पूर्व मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी के नेतृत्व में सभी विधायकों ने स्पष्ट किया कि सुदूरवर्ती क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है, जिसका असर छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है। सभी ने शिक्षकों के खाली पदों को भरने, गेस्ट शिक्षकों की एक अप्रैल से पुनर्नियुक्ति करने और विज्ञान विषय की कक्षा शुरू करने का आग्रह किया है। राज्यपाल से मिलने वालों में विधायक सरिता आर्य, गणेश गोदियाल, हरीशचंद्र दुर्गपाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, सरवत करीम अंसारी और हरिदास शामिल थे।