देहरादून, ब्यूरो:
यह जानकारी उत्तराखंड विरासत के आयोजक और चारधाम हॉस्पिटल के एमडी डॉ केपी जोशी ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ाने और विलुप्त होती वाद यंत्रों की कलाकारी को आगे लाने के लिए उत्तराखंड विरासत का आयोजन देहरादून में किया जा रहा है। यह कार्यक्रम रेंजर्स मैदान में होगा। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद उत्तराखंड के सुदूर गांव कस्बों की प्रतिभाओं को राजधानी में मंच प्रदान करना है। ताकि उन्हें रोजगार से जोड़ा जा सके। सरकार के समक्ष बात रखी जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की विलुप्त होती पहाड़ी लोकनृत्यों, वाद्य यंत्रों के साथ हस्तकला और ग्राम स्तर पर निर्मित हस्तकला का प्रदर्शन और उनके उत्पादों का विवरण एवं वितरण भी उत्तराखंड विरासत में किया जाएगा।

ढोल दमाऊ की विरासत में प्रस्तुति
उत्तराखंड की विलुप्त होती संगीत की विधाओं, ढोल दमाऊ, रणसिंघा तथा लोक नृत्यों का प्रदर्शन भी कार्यक्रम में होगा। जिसमें लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, प्रीतम भरतवाण, मीना राणा और संगीत धौंडियाल आदि अपनी प्रस्तूति देंगे। वहीं इनका सम्मान भी किया जाएगा।

dehradun@inext.co.in