- स्टेट में 7779 किमी हाईवेज, 6 महीने में 6610 मामलों में एक्शन

- हाईवेज पर निगरानी के लिए बनाई गई है हाईवे ट्रैफिक पेट्रोलिंग यूनिट

देहरादून, 25 जुलाई (ब्यूरो)
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी रोड सेफ्टी कमेटी की ओर से निर्देश हुए है कि ऐसे हाईवे पर जहां एक्सीडेंट ज्यादा होते है वहां हाईवे पेट्रोलिंग यूनिट लगाई जाए। जिसके बाद उत्तराखडं सरकार की ओर से रोड सेफ्टी टीम बनाई गई है। जिसके तहत 14 गाडिय़ां विभाग को मिली। जो रेगुलर कार्रवाई करेंगे।

7779 किमी हाईवे, 6610 मामले
राज्य में कुल 7779 किमी हाईवेज की निगरानी के लिए हाईवे ट्रैफिक पेट्रोल यूनिट का गठन किया गया है। राज्य के 13 जिलों में 14 हाईवे ट्रैफिक पैट्रोल कार उपलब्ध कराई गई हैं। हाईवेज पर रेगुलर पेट्रोलिंग करते हुए ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करने वालों पर टीम नजर रखती है। इसके साथ ही हाईवे क्राइम की रोकथाम भी टीम का काम है। सड़क हादसों के दौरान राहत-बचाव कार्य करना और आपराधिक वारदातों में लिप्त वाहनों का पीछा करना भी टीम की जिम्मेदारी है। एक जनवरी से 30 जून तक टीम ने कुल 6610 मामलों में एक्शन लिया है।

इन इक्युपमेंट्स से लैस है टीम
आरटी सेट
लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस
फस्र्ट एड बॉक्स
ब्रीथ एनालाइजर
स्पीड रडार गन
ड्रैगन लाइट


सबसे ज्यादा सेंसिटिव एरिया
हरिद्वार से ऋषिकेश
हरिद्वार से देहरादून
ऋषिकेश से देहरादून

इन पर हुई कार्रवाई
ओवरलोडिंग
ओवरटेकिंग
स्टंट बाइकिंग
नॉट यूज डिपर
रॉन्ग साइड ड्राइविंग
ओवरस्पीडिंग

टीम में इतनी फोर्स
14 स्पेशल व्हीकल
12 एसआई
8 हेड कॉन्स्टेबल
21 कॉन्स्टेबल

राहत बचाव कार्य भी किए
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के अनुसार हाईवे ट्रैफिक पेट्रोल यूनिट की ओर से इस अभियान के शुरू होने के बाद पर्वतीय मार्गो पर अलग -अलग जिलों में हुए करीब 55 वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर राहत बचाव की कार्रवाई की गई। टीम के जल्द कार्रवाई के चलते कई लोगों की जान भी बची।

अतिक्रमण हटाने के दौरान की गई कार्रवाई
सरकार की ओर से बनाए गए प्लान के तहत ट्रैफिक पुलिस को दिए गए इन वाहनों के जरिए टीम ने यातायात प्रबन्धन के लिए और पब्लिक को जाम से बचाने के लिए कई एरियाज से अतिक्रमण भी हटवाया। बीते 6 माह में विभाग की ओर से करीब 482 एरियाज से अतिक्रमण की कार्रवाई की गई हैं।

अपराध रोकथाम में मददगार
ट्रैफिक पुलिस के निदेशक के अनुसार इस टीम के आने के बाद अपराध भी कम हुए है जैसे हाईवे पर रोड एक्सीडेंट कम होना। ओवरस्पीड करने वाली गाड़ी समेत रोड रेज जैसे लड़ाई झगड़े होने पर तुंरत कार्रवाई की जाती है। जिसके बाद करीब 421 अपराध होने से बचाए है। इसके साथ ही ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने पर 358 कार्रवाई की गई।

वर्जन -:
शुरुआत में ये ट्रायल के लिए लिया गया था। लेकिन इसके रिजल्ट अच्छे मिले हैं। जिसके बाद सरकार की ओर से मदद मिलने पर टीम को बढ़ाने का भी प्लान बनाया जा रहा है। जो आगे भी जारी रहेगा। जो प्रदेश में लगातार हो रहे दुर्घटनाओं को कम करने में सहयोगी होंगे।
मुख्तार मोहसिन, निदेशक ट्रैफिक