- केदारघाटी में 40 से अधिक दुकानों में घुसा मलबा, बरसाती नदी के उफान, दो जेसीबी और एक डंपर बहा

- मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट किया जारी

DEHRADUN: उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है। जिससे लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। बारिश और भूस्खलन से रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में नुकसान हुआ है। रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी में फाटा, रामपुर, सीतापुर व सोनप्रयाग में चालीस से अधिक दुकानों में मलबा घुस गया, जबकि तीन मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा दो जेसीबी मशीन और एक डंपर बह गया, जबकि और एक क्रशर प्लांट भी तबाह हो गया। चमोली में भी मकानों में दरार आने के साथ ही पांच गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

नदियों में उफान, दुकानों में घुसा मलबा

मंगलवार रात से हो रही बारिश के कारण रुद्रप्रयाग जिले के फाटा के पास बहने वाली बरसाती नदी में एकाएक उफान आ गया। उफान के साथ आया मलबा पास के 14 दुकानों में जा घुसा। कुछ दुकानों में दरारें भी आई हैं। रात को आई आपदा से फाटा में हड़कंप मच गया। पुलिस चौकी में रहने वाले कर्मचारियों और व्यापारियों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। लोग पूरी रात जागते रहे। फाटा के पास सीतापुर व रामपुर में भी यही हाल रहा। गौरीकुंड के पास केदारनाथ हाईवे पर कई स्थानों पर मलबा आ गया। इससे करीब दो दर्जन दुकानों को नुकसान पहुंचा है। सोनप्रयाग में भी एसडीआरएफ कैंप की रसोई में भी मलबा घुसने के साथ ही एक दीवार भी क्षतिग्रस्त हुई है। एसडीआरएफ जवानों ने भी सुरक्षित स्थान पर शरण ली। एसडीएम वरुण अग्रवाल ने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वहीं, चमोली जिले में बारिश ग्रामीणों के लिए आफत साबित हो रही है। भूस्खलन से मकानों को नुकसान पहुंचा है। गैरसैण के देवपुरी ग्रामसभा के पत्थरकटा के निवासी गब्बर सिंह खत्री ने बताया कि पांच गोशालाएं ध्वस्त हो गई। लोग बारिश के दौरान घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों में शरण लिए हुए हैं। नारायणबगड़ के बेथरा गांव में कुन्जाणी तोक में भूस्खलन से 18 से अधिक गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है। दशोली ब्लाक के मैठाणा गांव में बारिश के दौरान दो मंजिला मकान क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान यहां रह रहे परिवार ने भाग कर जान बचाई ।

कई मार्ग बंद, आवाजाही ठप

प्रदेश में 70 से ज्यादा सड़कों पर मलबा आने से आवाजाही बाधित है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने का क्रम बना हुआ है। धाम के पास लामबगड़ और पागलनाला में पहाड़ दरकने से सड़क बार-बार बंद हो रही है। हालांकि यहां पर एक जेसीबी मशीन के साथ सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम तैनात है। हाईवे पर यातायात बहाल है। गौरीकुंड के पास मलबा आने से केदारनाथ हाईवे पर यातायात बाधित है। जिले में 15 संपर्क मार्गो पर आवाजाही बाधित है। उत्तरकाशी में भी स्थिति इसी तरह की है। पहाड़ी दरकने से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग करीब पांच घंटे बंद रहा। बाद में बीआरओ ने मलबा हटाकर कर आवाजाही बहाल की। यमुनोत्री हाईवे पर भी धाम के पास डाबरकोट में भूस्खलन जोन सक्रिय है।

आज भी भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को प्रदेश के नौ जिलों में भारी बारिश की आशंका है। पिथौरागढ़, बागेश्वर और चमोली के लिए विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए शासन ने आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है।