-गंगा किनारे के 44 गांवों में चलेगा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट

-स्वच्छता संग महिलाओं को स्वावलंबी बनाना व पंचायतों को मजबूत करना है उद्देश्य

-12 गांवों के लिए मिला बजट, शेष को अब 'नमामि गंगे' देगा आकार

VARANASI

एसएलआरएम (सॉलिड एंड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट) योजना से गंगा किनारे के ब्ब् गांव जुड़ेंगे। इनमें से क्ख् गांव राज्य सरकार के जिम्मे होंगे। उसके लिए बजट भी मुहैया करा दिया गया है। प्रोजेक्ट का उद्देश्य स्वच्छता संग महिलाओं को स्वावलंबी बनाना व पंचायतों को मजबूत करना है।

हर घर होगा साफ

एसएलआरएम प्रोजेक्ट में महिलाओं की भूमिका प्रमुख होगी। कूड़ा उठाने के लिए समस्त परिवारों को कूड़ेदान दिया जाएगा। समूह की महिलाओं को ट्रेनिंग देकर ट्रेंड किया जाएगा। महिलाओं को सुरक्षा के सभी संसाधन, मसलन कूड़ा उठाने के लिए दस्ताना, जूते, मास्क, ड्रेस मिलेंगे। ट्राईसाइकिल की व्यवस्था रहेगी। महिलाएं घर का रूटीन वर्क निबटाने के बाद ट्राइसाइकिल की घंटी बजाते हुए घर-घर कूड़ा लेने पहुंचेंगी। कूड़ा कलेक्ट करने के बाद वह डेली एसएलआरएम केंद्र पर पहुंचेंगी। जहां इनसे खाद बनाया जाएगा। इसके साथ ही कई और तरह के विकास किए जाएंगे। केंद्र पर बॉयोगैस यूनिट भी स्थापित होगा। इससे केंद्र को नि:शुल्क बिजली सप्लाई होगी। गांव की नालियों को सीवेज सिस्टम से तालाबों तक ले आया जाएगा। प्रोजेक्ट से जुड़ी महिलाओं को मनरेगा से मानदेय मिलेगा तो वहीं बैंकों से कम दर पर लोन की व्यवस्था होगी। साथ ही नियमित स्वास्थ्य की जांच भी होगी।

ये होंगे गांव

एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत काशी विद्यापीठ ब्लॉक के नैपुराकला व छितौनीकोट गांव में काम शुरू हो गया है। शेष दस तारापुर, चिरईगांव ब्लॉक के लूठाकला, मुरीदपुर, कुकुड़ा, अम्बा, परानापुर गांव, चोलापुर ब्लॉक के मोलनापुर, चंद्रावती, ढांका, रामपुर गांव में कार्य शुरू करने की तैयारी चल रही है। स्टेट गवर्नमेंट ने फ‌र्स्ट फेज में प्रत्येक गांव के लिए बीस-बीस लाख रुपये का बजट जारी किया है। शेष फ्ख् गांवों काशी विद्यापीठ ब्लॉक के भगवानपुर, डोमरी, रमना, सरायडगरी, बेटावर, सीर गोबर्धन, सूजाबाद, टिकरी, छित्तूपुर, मूड़ादेव, माधोपुर, चिरईगांव ब्लाक के छितौनी, मिश्रपुरा, सरसौल, तातेपुर, धराधर, अमौली, बर्थराकला, मोकलपुर, चांदपुर, छितौना, कमौली, मुस्तफाबाद, रमचंदीपुर, सरायमोहाना, सिरिस्ती, बभनपुरा, शिवदशा, सिंगवार, गोबरहा, चोलापुर ब्लॉक के कैथी व गौरा उपरवार गांव में केंद्र की महत्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे से कार्य होंगे।