गांगुली ने की धोनी की तारीफ
चेन्नई में खेले गए पहले वनडे में एक वक्त भारत का स्कोर 87 रन पर 5 विकेट था। टीम के मुख्य बल्लेबाज कोहली बिना खाता खोले आउट हो गए। ऐसे में टीम को जरूरत थी एक साझेदारी की। वो काम किया हार्दिक और धोनी ने। पांड्या तो नए हैं उन्हें शायद नाजुक परिस्थिति में खेलने की आदत नहीं इसीलिए उन्होंने तेजतर्रार पारी खेली। लेकिन दूसरे छोर पर पारी को धीरे-धीरे आगे बढ़ा रहे थे एमएस धोनी। हेलिकॉप्टर शॉट के लिए मशहूर माही ने इस पारी में 88 गेंदों में 79 रन बनाए। यह उनका स्वाभाविक खेल तो नहीं था लेकिन टीम की जरूरत के हिसाब से धोनी ने अपनी पारी को ढाला। जिसकी प्रशंसा पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी की।
धोनी आज जहां है कोहली जिम्मेदार
एक हिंदी साप्ताहिक को दिए साक्षात्कार में गांगुली ने धोनी की बेहतर परफॉर्मेंस का जिम्मेदार विराट कोहली को बताया। साल 2017 में धोनी का प्रदर्शन काफी बेहतर हुआ है, जबकि पिछले साल माही के बल्ले से रन नहीं निकले। गांगुली की मानें तो 36 साल के धोनी ने अपने खेल में बदलाव किया है। यह अगर संभव हो पाया है तो सिर्फ कप्तान कोहली की वजह से। एक कप्तान जब अपने खिलाड़ी पर भरोसा दिखाता है तो उसका खेल और निखर आता है। यही वजह है कि इस साल धोनी ने 14 पारियों में 89.57 की औसत से 627 रन बनाए हैं जबकि साल खत्म होने में काफी वक्त है।
कप्तान को है अपने खिलाड़ी पर पूरा भरोसा
सौरव गांगुली की मानें तो कप्तान कोहली को भरोसा है कि धोनी जब अपना नैचुरल गेम खेलेंगे तो टीम को मंझदार से निकाल लेंगे। धोनी 300 से ज्यादा वनडे खेले चुके हैं उन्हें काफी एक्सपीरियंस है। ऐसे में कोहली उनके इस अनुभव का फायदा उठाकर टीम को जीत दिलाने की पूरी कोशिश करते हैं। चेन्नई वनडे में मिली जीत इसी का सबूत है। गांगुली कहते हैं कि, कोहली कभी भी माही पर दबाव नहीं बनाते। वह उनसे कहते हैं कि खुलकर खेलें। यही वजह है कि इस साल धोनी एक बेहतर फिनिशर की भूमिका में वापस लौट रहे हैं।
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