- डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में फ्री वाई-फाई पर खर्च किए गए थे 2 करोड़

- नहीं शुरू हुई वाई-पाई, अब रिलायंस जियो ने की पहल

GORAKHPUR डीडीयू यूनिवर्सिटी में फ्री वाई-फाई के लिए 2 करोड़ रुपए खर्च किए गए लेकिन तीन साल के इंतजार के बाद भी स्टूडेंट्स को इसका लाभ नहीं मिल पाया। अब यूनिवर्सिटी से रिलायंस जियो ने संपर्क कर खुद ही फ्री वाई-फाई की पेशकश की है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जियो से टर्म एंड कंडीशन पूछा है।

सिर्फ देनी है जगह

रिलायंस की वाई-फाई सर्विस फैसिलिटी अवेलेबल करने के लिए गोरखपुर यूनिवर्सिटी को सिर्फ दो जगह 12 बाई 12 की जमीन देनी है, जहां जियो अपना सिस्टम इंस्टॉल करेगा। इसके बाद यूनिवर्सिटी का पूरा कैंपस वह वाई-फाई कर देंगे। इसके लिए यूनिवर्सिटी को अलग से कोई पैसा भी नहीं अदा करना पड़ेगा। इस पहल का फायदा यह होगा कि यूनिवर्सिटी के टीचर्स, एंप्लाइज और स्टूडेंट्स को मुफ्त में डाटा एक्सेस करने का मौका मिलेगा, वह भी बगैर किसी सिम को यूज किए, यानि थ्रीजी हैंडसेट रखने वाले स्टूडेंट्स भी अपने मोबाइल में 4जी स्पीड एक्सेस कर सकेंगे।

एक जीबी डाटा पर मंथ

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में टीचर्स, स्टूडेंट्स और एंप्लॉई मिलाकर करीब दस हजार मास ऑन रिकॉर्ड हैं। इन सभी को यूनिवर्सिटी कैंपस में एक महीने के लिए फ्री ऑफ कॉस्ट वाई-फाई की फैसिलिटी मिलेगी। इसमें वह एक जीबी तक फ्री डाटा एक्सेज कर सकेंगे। इसके अलावा अगर उन्हें डाटा एक्सटेंड कराना है तो एक जीबी के लिए उन्हें 51 रुपए अदा करने होंगे। इसके बाद उन्हें फिर एक जीबी डाटा, 30 दिनों की वैलिडिटी के साथ मिल जाएगा। वहीं स्पीड के मामले में कैंपस में किसी स्पॉट पर कोई कमी नहीं आएगी। जिम्मेदारों की मानें तो हर फ्लोर पर राउटर इंस्टॉल की जाएगी, जिससे स्पीड में कोई फर्क न पड़े।

यूनिवर्सिटी ने पूछी टर्म एंड कंडीशन

वाईफाई सुविधा मुहैया कराने के लिए कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव्स ने रजिस्ट्रार शत्रोहन वैश्य से मुलाकात की। उन्होंने अपना प्रपोजल सामने रखा। इस पर यूनिवर्सिटी ने पॉजिटिव रिस्पांस देते हुए, उनके टर्म एंड कंडीशन की डिमांड की है। उन्होंने कंपनी को लेटर भेजकर यह पूछा है कि यूनिवर्सिटी में फ्री वाईफाई सर्विस वह किस कंडीशन पर लगाएंगे और इसके लिए उन्हें यूनिवर्सिटी से किस तरह की जरूरत होगी या किन चीजों की डिमांड होगी, इसकी एक लिस्ट दी जाए। सबकुछ ठीक रहा तो दीक्षांत से पहले ही यूनिवर्सिटी का पूरा कैंपस वाईफाई होगा और इस दौरान इसका इनॉगरेशन भी कराया जाएगा।

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जुलाई 2014 में स्टार्ट होनी थी फैसिलिटी

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में शासन की ओर से वाईफाई फैसिलिटी प्रोवाइड की गई थी। इसमें वाईफाई फैसिलिटी यूं तो जुलाई 2014 से ही स्टार्ट की जानी थी, लेकिन कोई न कोई पेंच फंसने की वजह से इसका इंतजार अब तक खत्म नहीं हो सका है। जिम्मेदारों की मानें तो अब महज 10 फीसद ही काम बचा हुआ है, लेकिन बावजूद इसके यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को अब तक वाईफाई की फैसिलिटी मुहैया नहीं कराई जा सकी है। रिमाइंडर पर रिमाइंडर के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका है। इसके लिए वीसी प्रो। वीके सिंह ने संबंधित से इस मामले में जवाब भी तलब किया है।

वर्जन

यूनिवर्सिटी में जियो की ओर से फ्री ऑफ कॉस्ट वाई-फाई फैसिलिटी प्रोवाइड कराने का प्रपोजल आया है। अभी उनसे टर्म एंड कंडीशन पूछी गई है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। वहीं जो काम पहले से पेंडिंग पड़ा हुआ है यह क्यों नहीं हुआ है, इसकी जांच कराई जाएगी और जिम्मेदारों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

- शत्रोहन वैश्य, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू