बुधवार की सुबह पहली बुलेट ट्रेन बीजिंग से खुली. शुरुआत में इन ट्रेनों की रफ्तार 300 किलोमीटर प्रति घंटा होगी और इससे यात्रा में लगने वाला समय लगभग आधा हो जाएगा. इस रेलमार्ग के कुछ हिस्से पर पहले से ही आवागमन हो रहा था.

चीन के एक अधिकारी ने इस रेलमार्ग का ब्यौरा देते हुए कहा कि "तकनीकी रूप से यह दुनिया के सबसे अत्याधुनिक रेलमार्गों में से एक है." करीब 2,298 किलोमीटर के इस रेलमार्ग में 35 स्टेशन होंगे. इनमें चीन के बड़े शहर वूखान और चांगशा भी शामिल हैं. पहले इस मार्ग पर सफ़र तय करने में 22 घंटे का वक्त लगता था लेकिन अब 10 घंटे से भी कम समय में यह दूरी तय की जा सकती है.

सरकारी मीडिया का कहना है कि 26 दिसंबर को चीन के पूर्व नेता माओत्से तुंग की वर्षगांठ पर यह यात्री सेवा शुरू करने का फैसला किया गया. चीन पूरे देश भर में तेज रफ्तार वाले रेल नेटवर्क का विस्तार कर रहा है. हालांकि यह महत्वाकांक्षी परियोजना भी विवादों से अछूती नहीं रही है. गर्मी के मौसम के दौरान पूर्वी जेजियांग प्रांत में एक तेज़ रफ़्तार ट्रेन लाइन पर हादसा होने से 40 लोगों की मौत हो गई थी.

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