बेहद खुश हैं जिनपिंग
इसमें उन्होंने और बताया है कि वह काफी खुश हैं. वह द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी नेताओं संग मिलकर प्रगति की संभावनाओं को तलाशेंगे. बताते चलें कि शी को एक विशेष समारोह में पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ से सम्मानित भी किया जाएगा. इन सम्मान और पाक दौरे को लेकर वह काफी खुश हैं. इस बात का इजहार खुद उनकी बातों से ही होता है.

जब पहुंचेंगे शी पाक की सरजमीं पर...
अब सवाल ये उठता है कि वह इस दौरे में करेंगे क्या. आज वह पाक की सरजमीं पर पहुंच जाएंगे. इस बारे में जानकारी देते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि जिनपिंग पाकिस्तान पहुंचकर पाक राष्ट्रपति ममनून हुसैन से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से आधिकारिक वार्ता भी करेंगे. जिनपिंग पाक की तीनों सेनाओं के प्रमुख से मुलाकात भी करेंगे. इसके साथ ही वे यहां संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. इन सब कार्यक्रमों के बाद मंगलवार को जिनपिंग इंडोनेशिया के लिए वापस रवाना हो जाएंगे. इंडोनेशिया में वे बांडुंग में आयोजित होने वाले सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.

सख्त होगी पाक की ओर से जिनपिंग की सुरक्षा व्यवस्था
शी जिनपिंग के पाक आने पर पाकिस्तान सरकार ने उनको अभूतपूर्व सुरक्षा घेरा प्रदान कराने का विचार बनाया है. उनकी यात्रा पूरी होने तक उनकी समूची सुरक्षा व्यवस्था का दारोमदार सेना के पास ही रहेगा. इसको लेकर एक अधिकारी ने जानकारी दी कि शी जिनपिंग को पूर्ण सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एक समग्र सुरक्षा योजना को तैयार किया गया है. गौरतलब है कि चीनी राष्ट्रपति ने बीते साल सितंबर में सुरक्षा कारणों के चलते पाकिस्तान की अपनी यात्रा को स्थगित कर दिया था. इस बार उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी वायु सेना में शी के विमान के प्रवेश संग ही इसकी सुरक्षा आठ जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान करेंगे. यह भी बताया जा रहा है कि उनकी समूची सुरक्षा व्यवस्था सेना व इसकी खुफिया एजेंसियों के हाथों में ही है, जो महत्वपूर्ण इमारतों व कार्यालयों वाले रेड जोन को हर तरह से नियंत्रित करेंगी. रेड जोन की बाहरी परिधि में पुलिस को तैनात किया जाएगा. वह क्षेत्र की पूरी तरह से घेराबंदी करेगी. उधर, पुलिस महानिरीक्षक (इस्लामाबाद) ताहिर आलम खान ने सभी क्षेत्रधिकारियों व थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त तेज करने के सख्त निर्देश दिए हैं. कुल मिलाकर उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सख्त इंतजाम किए गए हैं.

पाक को कुछ ऐसी हैं उम्मींदें
पाकिस्तान को शी की यात्रा के दौरान 50 अरब डॉलर के व्यापार व निवेश सौदों पर हस्ताक्षर होने की पूरी उम्मीद है. इस प्रोजेक्ट में ड्रीम बिजनेस कॉरिडोर भी प्राथमिकता के साथ शामिल है. ऐसा इसलिए ताकि इससे चीन को खाड़ी, अफ्रीका व यूरोप के लिए लघुतम मार्ग मिल सके. उधर, विदेश कार्यालय ने बताया कि दोनों देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के तहत अवसंरचना, ऊर्जा और संचार क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण समझौते भी करेंगे. इसके साथ ही सहमति पत्रों पर दस्तखत भी करेंगे.

वित्त मंत्रालय के अनुसार
जानकारी देते हुए वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर 'सीपीईसी' के तहत करीब 50 अरब डॉलर के समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. तीन हजार किलोमीटर लंबा कॉरिडोर चीन के सुदूर दक्षिणी क्षेत्र को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के जरिए अरब सागर में पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी ग्वादर बंदरगाह से जोड़ने के लिए एक विशाल सड़क, रेल, ऊर्जा योजनाओं, पाइपलाइंस व निवेश पार्कों की एक विशाल परियोजना है.

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