नई दिल्ली (आईएएनएस)। युजवेंद्र चहल ने कहा कि उनके और कुलदीप यादव के पिछले दो सालों में भारतीय टीम में एक साथ न आने का कारण हार्दिक पांड्या हैंं। हरफनमौला हार्दिक पांड्या काफी वक्त से गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में टीम इंडिया का बाॅलिंग कांबिनेशन बिगड़ा हुआ है। चहल ने स्पोर्ट्स टाक को एक इंटरव्यू में बताया, 'मैं और कुलदीप तब तक साथ खेल रहे थे, जब तक पांड्या गेंदबाजी कर रहे थे। 2018 में, हार्दिक पांड्या चोटिल हो गए और रवींद्र जडेजा ने एक ऑलराउंडर के रूप में (सफेद गेंद वाले क्रिकेट में) वापसी की, जो 7 वें नंबर पर बल्लेबाजी भी कर सकते थे। दुर्भाग्य से , वह एक स्पिनर है। हम एक साथ खेल सकते थे अगर वह एक मध्यम तेज गेंदबाज होता। यह टीम की मांग थी।'

पांड्या के गेंदबाजी नहीं करने से बिगड़ा कांबिनेशन
बता दें एक मैच में पीठ की चोट के कारण पांड्या को मैदान से बाहर जाना पड़ा था पाकिस्तान के खिलाफ जिसके बाद एक लंबा स्पैल खेला गया। उन्होंने पिछले साल 2020 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद फिर से गेंदबाजी करना शुरू किया था मगर वह पूरी लय में नहीं दिखे। यही नहीं पांड्या ने सितंबर 2018 से अभी तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है। वहीं कुलदीप और चहल 2019 विश्व कप से पहले एक घातक स्पिन जोड़ी के रूप में विकसित हो रहे थे, लेकिन पिछले दो सालों से वे भी गायब हैंं।

दो साल से साथ नहीं दिखे कुलदीप-चहल
'कुल्चा' के टीम से बाहर होने पर चहल ने आगे कहा, 'कुलदीप और मैंने किसी भी सीरीज में 50-50% मैच खेले हैं। कभी-कभी वो पांच मैचों की सीरीज के 3 मैच खेलते थे, कभी-कभी मुझे मौका मिलता। टीम कॉम्बिनेशन की जरूरत होती है, 11 खिलाड़ी एक टीम बनाते हैं। हम वहां तब तक थे जब तक हार्दिक थे, हमें मौके भी दिए गए थे। टीम की जरूरत नंबर 7 की स्थिति में एक ऑलराउंडर की थी। मैं खुश हूं भले ही मैं नहीं खेल रहा हूं लेकिन टीम जीत रही है।'

Cricket News inextlive from Cricket News Desk