कानपुर और आगरा की डीपीआर तैयार

कानपुर मेट्रो और आगरा मेट्रो के साथ ही लखनऊ के बसंतकुंज रूट के लिए भी नई डीपीआर तैयार कर प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया है। गोरखपुर और वाराणसी मेट्रो के संचालन के लिए सर्वे का काम चल रहा है। बता दें कि यहां पर लाइट मेट्रो चलाने की योजना है। इलाहाबाद और मेरठ जैसे शहरों में मेट्रो के संचालन के बजाय यहां पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए वैकल्पिक तरीकों को अपनाए जाने की बात कही गई है। नई मेट्रो पॉलिसी के अनुसार टायर थ्री शहर जहां जनसंख्या 20 लाख से कम है, उन शहरों में मेट्रो से पहले अन्य विकल्पों के माध्यम से ट्रैफिक कंट्रोल किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।  

पहले करायें सर्वे

गोमती नगर स्थित एलएमआरसी के कार्यालय में श्रीधरन ने कहा कि नयी मेट्रो पॉलिसी में यह स्पष्ट कर दिया गया है, मेट्रो संचालन से पहले सर्वे कर यह तय करें कि शहर में मेट्रो की जरूरत है या नहीं। ट्रैफिक कंट्रोल के लिए सबसे पहले अन्य विकल्पों पर ध्यान दिया जाए, आवश्यकता हो तभी मेट्रो संचालन का प्रपोजल तैयार करें। गोरखपुर में अभी एक्सपर्ट टीम ग्राउंड सर्वे कर रही है, लेकिन मेट्रो के संचालन का रुख वहां पर अभी साफ नहीं है। मेट्रो में बारे में जानकारी देते हुए ई श्रीधरन ने कहा कि वाराणसी और गोरखपुर में लाइट मेट्रो का संचालन किया जा सकता है। श्रीधरन ने यह भी बताया कि लखनऊ मेट्रो में काम तेजी से चल रहा है। नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर का निर्माण मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यहां चल रहे अंडर ग्राउंड निर्माण कार्यों के बारे में उन्होंने बताया कि सितंबर 2018 तक इसका काम भी पूरा हो जाएगा।

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