इविवि यूनियन इलेक्शन में जमकर मनमानी, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रिकार्ड ने किया परेशान

ALLAHABAD: सेंट्रल यूनिवर्सिटी इलाहाबाद में सेशन 2016-17 में छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान फ्राइडे को हुआ। सुबह आठ बजे शुरू हुआ मतदान दोपहर में दो बजे समाप्त हुआ। इस दौरान सीनेट हाऊस परिसर एवं वुमेन कॉलेज कैम्पस में छात्र-छात्राओं ने वोट डाले। सीनेट हाऊस परिसर में छात्रों एवं वुमेन कॉलेज में छात्राओं ने मतदान किया। पूरी चुनावी प्रक्रिया को सम्पन्न करवाने के लिए एयू कैम्पस और यूनिवर्सिटी रोड पर जगह जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतेजामात किए गए थे। कमिश्नर राजन शुक्ला समेत प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी भी मुआयना करने पहुंचे।

मतदान का प्रतिशत बताने में आनाकानी

चौकाने वाली बात यह रही कि एयू एडमिनिस्ट्रेशन देर शाम तक मतदान का प्रतिशत नहीं बता सका। जबकि पूर्व के चुनाव में शाम होने से पहले ही मतदान का संभावित आंकड़ा बता दिया जाता था। हालांकि, फ्राइडे को छात्रसंघ चुनाव में वोटर्स के बीच कुछ खास उत्साह देखने को नहीं मिला। छात्र तो मतदान के लिए किसी तरह पहुंचे, लेकिन छात्राओं में बहुत ही कम रुझान देखने को मिला। उधर, मतदान के लिए तैयारियों पर गंभीर सवाल भी खड़े हुए। तमाम ऐसे स्टूडेंट्स रहे जिनका नाम ऑनलाइन की गई वोटर लिस्ट में तो था। लेकिन जब वे मतदान के लिए बूथ पर पहुंचे तो ऑफलाइन रिकार्ड से उनका नाम नदारद रहा।

चुनाव से गायब रहे वीसी

यही नहीं कैम्पस में वोटिंग के दौरान कुछ खास किस्म के प्रत्याशी एवं उनके समर्थकों ने जमकर मनमानी की। इन्होंने बूथ तक घुसकर अपना प्रचार प्रसार जारी रखा। जिससे वोटर्स को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इनके पीछे पुलिस और अधिकारी भागते रहे। लेकिन लगाम नहीं कसी जा सकी। वहीं सवाल यह भी उठते रहे कि एयू के वीसी प्रो। आरएल हांगलू मतदान से पहले ही शहर छोड़कर बाहर चले गए। खास यह रहा कि पहली बार मिले नोटा के विकल्प का भी मतदाताओं ने खूब प्रयोग किया। इधर, मतगणना का कार्य देर शाम शुरु हो गया।