पाक में मिलती रहती पनाह
वाशिंगटन में पेंटागन का कहना है कि पाकिस्तान लगातार आतंकियों के लिये सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है, हालांकि पेंटागन ने चरमपंथ को दोनों देशों के लिये साझा खतरा बताते हुये इसे मिटाने के लिये पाकिस्तानी सेना के प्रयासों की सराहना की है. पेंटागन के प्रेस सचिव रियर एडमिरल जॉन किर्बी ने कहा कि चरमपंथी, उनके सुरक्षित ठिकाने और पाकिस्तान में उन्हें लगातार मिलने वाली सुरक्षित पनाह, एक चुनौती है. हालांकि पेंटागन ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना ने अपने देश के भीतर उनमें से कुछ चरमपंथी खतरों के खिलाफ कार्रवाई की है.

पार्टनरशिप में करना होगा काम
पेंटागन के सचिव का मानना है कि पाकिस्तान ने इन चरमपंथियों के खिलाफ अभियान पहले से नहीं चलाया, बल्कि इसे गर्मियों से शुरू किया गया था. किर्बी ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों और अफगानिस्तान के समक्ष मौजूद साझा चुनौती और खतरे में निपटने के लिये पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करना चाहता है. इसके अलावा किर्बी ने कहा,'सभी को यह याद दिलाना महत्वपूर्ण है कि उस युद्ध का शिकार वे लोग भी बने हैं, इसलिये यह एक साझा खतरा है. हम हर बार इसे सुलझाने के तरीके पर सहमत नहीं हो सकते. आज भी स्िथति ऐसी है है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज यह अंतर आया है कि हमारे पास पाकिस्तानी सेना के साथ वार्ता और सहयोग के लिये बेहतर साधन है, जिसमें हम लगातार लाभ ले रहे हैं और लगातार इसमें सुधार कर रहे हैं.

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