शुभकामनाए

ओडिशा के पुरी में आज से भगवान जगन्नाथ की सालाना रथयात्रा शुरू हो गई है. रथयात्रा को देखने के लिए देश-विदेश के लोग पहुंचे हैं. भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा अलग-अलग रथों पर सवार होकर होंगे और गुंडिचा मंदिर की यात्रा पर निकलेंगे. गौरतलब है कि भगवान जगन्नाथ के रथ का नाम नंदिघोष, बलभद्र के रथ नाम तालधव्ज और सुभद्रा के रथ का नाम देवदलन होता है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक पल में देश के सभी लोगों को रथयात्रा की शुभकामना दी है.

धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप

वहीं रथयात्रा को लेकर ओडिशा सरकार और शंकराचार्य के बीच ठन गई है. सरकार ने सिक्योरिटी के मद्देनजर रथ पर सवार होकर भगवान के दर्शन पर रोक लगा दी है. मोदी सरकार ने पुरी के शंकराचार्य को भी अपने शिष्यों के साथ रथ पर चढ़ कर दर्शन करने से मना कर दिया है. इस मामले को लेकर शंकराचार्य सरकार से काफी नाराज हैं. उन्होंने रथयात्रा में भाग लेने से भी मना कर दिया है. शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने ओडिशा सरकार पर धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए घोषणा की कि वह रथों तक नहीं जाएंगे जब रथों को रथयात्रा के लिए खींचा जाएगा.

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